पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अलग-अलग बयान जारी कर सीधे जदयू और मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है. लालू प्रसाद ने अपने अंदाज में तुकबंदी के जरिये सोशल मीडिया पर लिखा है कि जदयू नेता का वह पर्चा कहीं खो गया है, जिसे कभी वे पढ़ कर बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा मांगा करते थे. अब दर्जे की चर्चा तक नहीं की जा रही है. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर भी इन बातों को तुकबंदी के अंदाज में ही लिखा है.
वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि जदूय ने 1995 में एकीकृत बिहार में अकेले विधानसभा चुनाव लड़ा था तो मात्र 7 सीट आयी थीं. 2014 के लोकसभा चुनाव में वामपंथी दलों के साथ मिलकर लड़े थे तो मात्र दो सीट आयी थी. उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि जदयू कभी भी अकेले लड़ेगी तो उसकी सीटों की संख्या दहाई के अंक तक भी नहीं पहुंच सकेगी. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ये हमारा दावा भी है.
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राजद ने अपने औपचारिक ट्विटर हैंडल पर एक स्लोगन जारी किया है. इसे सोशल मीडिया के दूसरे प्लेटफार्म पर भी साझा किया है. इसमें लिखा है कि ”ना भूले हैं, ना भूलने देंगे, जनहित के मुद्दे ना भुलाने देंगे!” इस स्लोगन के साथ राजद के हर बड़े नेता और विधायक मसलन डॉ तनवीर हसन, शिवचंद्र राम, ने उन विभिन्न घटनाओं के बारे में लिखा है, जिसमें राज्य सरकार की असफलता का पता चलता है. तेजस्वी यादव ने भी इस पर री ट्वीट किया है.