Bihar Speaker Election : पटना. बिहार विधानसभा में अध्यक्ष पद के लिए मतदान होना है. सबकी नजर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के रूख़ पर है. एआईएमआईएम से दोनों पक्षों ने समर्थन मांगा है. ऐसे में एआईएमआईएम के विधायक किधर रहेंगे यह हर कोई जानना चाहता है.
विधानसभा पहुंचे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अख़तरुल ईमान ने इस संदर्भ में कुछ भी साफ साफ कहने से परहेज किया है. पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि विधानसभा में अध्यक्ष का पद गरिमा वाला पद है.
इस पद के लिए मतदान सही नहीं है. हमारा मानना है कि विधानसभा अध्यक्ष पद का चुनाव सर्वसम्मति से हो. हम ये कोशिश सदन में वोटिंग के आख़िरी-आख़िरी तक करेंगे. वैसे एआईएमआईएम प्रदेश अध्यक्ष अख़तरुल ईमान ने यह नहीं कहा कि वोटिंग होने पर वो किसके पक्ष में मतदान करेंगे.
जब पत्रकारों ने ईमान से महागठबंधन की बैठक में शामिल नहीं होने को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि हम महागठबंधन में शामिल नहीं हैं. उस बैठक में क्यों शामिल होते. बिहार में हम तीसरे मोरचे के रूप में खुद को देख रहे हैं.
उन्होंने कहा कि हमसे राजग और महागठबंधन दोनों ने समर्थन मांगा है. विधायक जमा खान ने कहा है कि विधानसभा अध्यक्ष पद की एक गरिमा होती है, उसका सर्वसम्मति से चुनाव होना चाहिए. चुनाव हो रहा है ये ठीक नहीं है.
मालूम हो कि मंगलवार को अध्यक्ष पद के लिए बिहार में दोनों ओर यानी एनडीए और महागठबंधन से नामांकन किया गया. आज बुधवार को सदन में चुनाव लगभग तय है. संख्या बल की बात करें तो इस हिसाब से फ़िलहाल सता पक्ष का पलड़ा भारी दिख रहा है.
लेकिन राजद की तरफ़ से विधायकों से अंतरात्मा की आवाज़ पर वोट डालने की अपील कर मुक़ाबला रोचक बनाने की तैयारी की जा रही है. वैसे जानकारों का कहना है कि ये बस कयास मात्र हैं कि सर्वसम्मति बनने पर मतदान से पूर्व शायद ही कोई एक पक्ष अपना प्रस्ताव वापस ले सकता है.
Posted by Ashish Jha