ADR Report, Bihar Election 2020: बिहार चुनाव के पहले चरण में 35% करोड़पति प्रत्याशी मैदान में, 21 उम्मीदवारों के उपर हत्या के प्रयास का आरोप
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर चुनाव आयोग बेहद चौकस है. इस बार चुनाव में उतरने वाले प्रत्याशियों के लिए नियमों में भी काफी बदलाव किया गया है. चुनाव आयोग ने प्रत्याशियों के पारदर्शिता को लेकर इस बार अलग कदम उठाए हैं. जिसमें अपराधिक मुकदमें झेल रहे उम्मीदवारों को अखबारों में अपने अपराधिक मामलों का जिक्र करना होगा. इसके लिए चुनाव आयोग ने दिन तय कर दिए हैं. बिहार चुनाव 2020(Bihar Election 2020) से पहले एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और इलेक्शन वाच मंगलवार को ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस कर पहले चरण में होने वाले मतदान के लिए अपनी रिपोर्ट सामने रखी है. जिसमें पहले फेज के सभी उम्मीदवारों का ब्यौरा सामने रखा गया है.
मुख्य बातें
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर चुनाव आयोग बेहद चौकस है. इस बार चुनाव में उतरने वाले प्रत्याशियों के लिए नियमों में भी काफी बदलाव किया गया है. चुनाव आयोग ने प्रत्याशियों के पारदर्शिता को लेकर इस बार अलग कदम उठाए हैं. जिसमें अपराधिक मुकदमें झेल रहे उम्मीदवारों को अखबारों में अपने अपराधिक मामलों का जिक्र करना होगा. इसके लिए चुनाव आयोग ने दिन तय कर दिए हैं. बिहार चुनाव 2020(Bihar Election 2020) से पहले एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और इलेक्शन वाच मंगलवार को ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस कर पहले चरण में होने वाले मतदान के लिए अपनी रिपोर्ट सामने रखी है. जिसमें पहले फेज के सभी उम्मीदवारों का ब्यौरा सामने रखा गया है.
लाइव अपडेट
उम्मीदवारों के चयन में राजनीतिक दलों पर उच्चतम न्यायालय के निर्देशों का कोई असर नहीं पड़ा
एडीआर और ‘नेशनल इलेक्शन वॉच' के संस्थापक सदस्य एवं ट्रस्टी जगदीप छोकर ने कहा कि उम्मीदवारों के चयन में राजनीतिक दलों पर उच्चतम न्यायालय के निर्देशों का ‘‘कोई असर नहीं पड़ा'' है क्योंकि उन्होंने फिर से, टिकट देने की अपनी पुरानी प्रथा का पालन किया और लगभग 31 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं
इन दलों के उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज
रिपोर्ट के अनुसार विशलेषण किए गए कांग्रेस के 21 उम्मीदवारों में से नौ (43 प्रतिशत), जद (यू) के 35 उम्मीदवारों में से 10 (29 प्रतिशत) और बसपा से विश्लेषण किए गए 26 उम्मीदवारों में से पांच (19 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है
पहले चरण के लिए उम्मीदवार की शैक्षणिक योगयता
- 43% यानि 455 उम्मीदवार- कक्षा 5 से 12 तक की शिक्षा
- 49% उम्मीदवार- स्नातक या उससे अधिक
- 74 उम्मीदवार-साक्षर होने का जिक्र
-5 उम्मीदवार- असाक्षर
-7 उम्मीदवार- डिप्लोमा
धनवान प्रत्याशियों की सूची में टॉप 3 चेहरे
ADR रिपोट के अनुसार, पहले फेज में होने वाले बिहार चुनाव के लिए धनवान प्रत्याशियों की सूची में सबसे उपर राजद के मोकामा से प्रत्याशी अनंत सिंह, दूसरे नंबर पर बरबीघा के कांग्रेस प्रत्याशी गजेंद्र साही और तीसरे नंबर पर अतरी सीट से जदयू उम्मीदवार मनोरमा देवी हैं.
अनंत सिंह सबसे अमीर उम्मीदवार
ADR रिपोट के अनुसार, पहले फेज में होने वाले बिहाच चुनाव के लिए राजद के मोकामा से प्रत्याशी अनंत सिंह ने कुल 68,56,78,795 रूपए का ब्यौरा दिया है. जो पहले चरण में किसी उम्मीदवार की सबसे अधिक संपत्ति है.
इन उम्मीदवारों की संपत्ति है शून्य
नाम - निर्वाचन क्षेत्र - पार्टी - कुल संपत्ति
1-कपिल देव मंडल - जमालपुर- IND-शून्य
2-अशोक कुमार -मोकामा -जाकरूक जनता पार्टी -शून्य
3-प्रभु सिंह - चैनपुर-राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी - शून्य
4-गोपाल निषाद - नबीनगर - NCP-शून्य
5-महावीर मांझी-बोधगया -भार्ती इनसान पार्टी -शून्य
पांच उम्मीदवारों की संपत्ति शून्य
ADR की रिपोर्ट के अनुसार इस चुनाव में ऐसे भी उम्मीदवार भी हैं जिन्होंने अपनी संपत्ति शून्य घोषित किया है. इस चुनाव में ऐसे पांच उम्मीदवार हैं जिन्होंने अपनी संपत्ति शून्य बतायी है.
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों को ध्यान में नहीं रखा गया
ADR Report के अनुसार, बिहार चुनाव के पहले फेज में आपराधिक मामलों को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों को ध्यान में नहीं रखते हुए 31 प्रतिशत उम्मीदवारों को टिकट पुराने पैमाने से ही दिया है.
21 उम्मीदवारों के उपर हत्या का प्रयास से संबंधित मामला
ADR Report के अनुसार, बिहार चुनाव के पहले फेज में 21 उम्मीदवारों ने अपने उपर हत्या का प्रयास से संबंधित मामला घोषित किया है.
महिलाओं से अत्याचार का मामला
ADR Report के अनुसार, बिहार चुनाव के पहले फेज में 29 उम्मीदवारों के उपर महिला से अत्याचार करने का मामला दर्ज है. वहीं 3 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनपर बलात्कार का आरोप है.
गंभीर आपराधिक मामलों का आंकड़ा
ADR रिपोर्ट के अनुसार, बिहार चुनाव के पहले फेज में RJD के 41 में से 22, लोजपा के 41 में से 20 , भाजपा के 29 में 13 , कांग्रेस के 21 में 9, जदयू के 35 में 10 और बसपा के 26 में 5 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनपर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
आपराधिक मामले घोषित किए उम्मीदवार
बिहार चुनाव 2020 के पहले फेज में 1064 में 328 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये हैं.
कुल 240 में 136 उम्मीदवार दागी
ADR रिपोर्ट के अनुसार बिहार चुनाव 2020 के पहले फेज में कुल 240 में 136 उम्मीदवार दागी छवि के पाए गए हैं.
पहले फेज में दागी छवि के उम्मीदवार
ADR के अनुसार, पहले फेज में होने वाले 71 विधानसभा क्षेत्रों में हो रहे चुनाव में 61 सीटों पर 3 या 3 से अधिक उम्मीदवार दागी छवि के हैं.
गलत हलफनामें दर्ज कराने के मामले में कहा
प्रत्याशियों द्वारा गलत हलफनामें दर्ज कराने के मामले में कहा गया कि चुनाव आयोग द्वारा ऐसे मामले में केवल गिने चुने केस में कार्रवाई की गई है.
उम्मीदवार अगर अपना पैन कार्ड नंबर यदि नहीं बताता है...
उम्मीदवार अगर अपना पैन कार्ड नंबर यदि नहीं बताता है या गलत नंबर बताता है तो इसपर कार्रवाई होनी चाहिए. ऐसे अधिकतर मामले सामने आ रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश का नहीं हुआ पालन
पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत क्रिमिनल बैकग्राउंड वाले उम्मीदवारों का ब्यौरा पार्टी को देना था. जिसका सही तरीके से पालन नहीं किया गया. सुप्रीम कोर्ट को इसपर संज्ञान लेना चाहिए.
चुनाव आयोग को गच्चा देने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी गई- नेश्नल इलेक्शन वॉच
नेश्नल इलेक्शन वॉच के बिहार स्टेट कॉडिनेटर राजीव कुमार ने कहा कि राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग को गच्चा देने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है. दागी छवि वालों ने बिहार विधानसभा इलेक्शन 2020 में अपनी पत्नी को धड़ल्ले से टिकट दिलवाया है.
प्रत्याशियों के पास धन का आंकड़ा
5 करोड़ या उससे अधिक- 9%
2 करोड़ से 5 करोड़ तक -12%
50 लाख से 2 करोड़ तक- 28%
10 लाख से 50 लाख तक- 30%
10 लाख से कम -22%
एडीआर रिपोर्ट के अनुसार, बिहार चुनाव 2020 में करोड़पति उम्मीदवारों का आंकड़ा
राजद- 95%
जदयू-89%
बीजेपी-83%
लोजपा-73%
कांग्रेस-67%
बसपा- 46%
Posted by : Thakur Shaktilochan