Munger News: बिहार चुनाव के बीच मुंगेर गोलीकांड पर बवाल, राजनीतिक साजिश या कुछ और?

Munger News: दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान सोमवार की रात हुई फायरिंग में एक छात्र की मौत के बाद पुलिस और प्रशासन के खिलाफ मुंगेर के लोगों में जो ज्वालामुखी गर्म हो रहा था, वह गुरुवार को आक्रोश का लावा बन शहर की सड़कों पर फूट पड़ा.

By Prabhat Khabar News Desk | October 30, 2020 8:05 AM

Munger News: दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान सोमवार की रात हुई फायरिंग में एक छात्र की मौत के बाद पुलिस और प्रशासन के खिलाफ मुंगेर (Munger) के लोगों में जो ज्वालामुखी गर्म हो रहा था, वह गुरुवार को आक्रोश का लावा बन शहर की सड़कों पर फूट पड़ा. बिहार चुनाव (Bihar chunav 2020) के पहले चरण के मतदान के एक दिन बाद चार घंटे तक शहर में भगदड़ व अफरा-तफरी मची रही और उग्र भीड़ के निशाने पर पुलिस महकमा रहा. आक्रोशित भीड़ ने जहां एसपी कार्यालय (Munger SP office) व एसडीओ आवास में तोड़-फोड़ की, वहीं दूसरी पूरबसराय में जहां दो पुलिस वाहन, एक मोटरसाइकिल, साइकिल व ठेला को आग के हवाले कर दिया. Munger News से जुड़ी हर खबर के लिये बने रहिये prabhatkhabar.com पर.

वासुदेवपुर ओपी में बेंच, कुर्सी, टेबुल व कागजात में आग लगा दी. बाद में भीड़ शहर के मुफस्सिल थाना पहुंच कर तीन वाहन व एक मोटरसाइकिल को भी फूंक डाला. कासिम बाजार थाना पर भी पथराव व तोड़-फोड़ की गयी. शहर के विभिन्न हिस्सों में सड़कों पर आग जलाकर लोगों ने जस्टिस फॉर अनुराग के नारे के साथ डीएम, एसपी व दोषी पुलिसकर्मियों के निलंबित करते हुए हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग करते रहे. चार घंटे तक मुंगेर शहर बेकाबू भीड़ के हवाले रहा और शहर में भगदड़ व अफरा-तफरी का माहौल बना रहा.

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बताया जाता है कि ‘जस्टिस फॉर अनुराग’ की मांग को लेकर एक हजार से अधिक युवाओं का जत्था गुरुवार सुबह 11 बजे मृतक अनुराग के घर बेकापुर लोहापट्टी पहुंच कर धरना पर बैठ गये. कुछ ही देर में बाद युवाओं का जत्था धरना से उठा और वहां से मुख्य सड़क पर निकल गया. जत्था में लोग शामिल होते चले गये. जिसके कारण भीड़ काफी हो गयी. यू तो मुंगेर चैंबर ऑफ कॉमर्स के आह्वान पर गुरुवार को बाजार बंद रहा.

जब भीड़ को पता चला कि कुछ इलाकों में दुकानें खुली हुई, सभी लोग बाजार बंद कराने निकल पड़े . इसी दौरान भीड़ बेकाबू हो गयी और शहर में भीड़ का ज्वालामुखी आक्रोश का लावा बन फूट पड़ा. इसके निशाने पर पुलिस व प्रशासनिक महकमा रहा. बेकाबू भीड़ के कारण शहर के विभिन्न हिस्सों में तैनात पुलिस बल ने भी किनारा कर लिया. जब तक सड़क पर भीड़ रही तब तक पुलिस बल नहीं दिखी.

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Munger Firing: भीड़ को कंट्रोल करने में लगा घंटों, कई जगहों पर फायरिंग

भीड़ को नियंत्रित करने में मुंगेर पुलिस को घंटों लग गया. जब भीड़ ने दूसरी बार कोतवाली थाना पर पथराव किया, तो पुलिस एक्शन में आ गयी. कोतवाली थाना की छत से जहां पुलिस जवानों ने पत्थर का जवाब पत्थर से दिया. बताया जाता है कि भीड़ कासिम बाजार थाना पहुंची तो गेट को बंद कर दिया. भीड़ ने थाना पर पथराव शुरू कर दिया.

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भीड़ को बेकाबू होते देख थाना परिसर में मोर्चा संभाले पुलिसकर्मियों ने तीन-चार चक्र हवाई फायरिंग भी की. इसके बाद डीआइजी मनु महाराज के नेतृत्व में पुलिस बलों ने चारों तरफ से भीड़ को अपने गिरफ्त में लिया. इसके बाद भीड़ को तितर-बितर किया गया और माहौल शांत हुआ. वैसे पुलिस ने फायरिंग की पुष्टि नहीं की है.

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SP Lipi Singh: पूर्व डीएम व एसपी ने कहा- नहीं दिया गया था बल प्रयोग का निर्देश

हटाये गये डीएम राजेश मीणा और एसपी लिपि सिंह ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मुंगेर में फायरिंग की जो घटना हुई थी. उसके बाद हालात को नियंत्रित किया गया. कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा बहुत बड़ी साजिश रची गई थी और उसी साजिश के कारण यह घटना घटी है. जिसका बहुत जल्द खुलासा हो जाएगा. कहा कि पुलिस पर फायरिंग का आरोप लगा है तो एक बात स्पष्ट तौर पर हम लोग कहना चाहते हैं कि किसी प्रकार के बल प्रयोग का कोई आदेश नहीं दिया गया था. आरोपों की जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है.

Munger Police: संयम से काम लेती पुलिस, तो नहीं जलता मुंगेर

अगर मुंगेर पुलिस संयम से काम लेती तो मुंगेर आज जलने से बच जाता और एक बालक की जान नहीं जाती. दुर्गा प्रतिमा विसर्जन को लेकर शुरूआती समय से ही जिला व पुलिस प्रशासन एवं पूजा समतियों के बीच समन्वय स्थापित नहीं हो रही थी. प्रशासन जहां 25 अक्टूबर नवमीं के दिन प्रतिमा विसर्जन पर अड़े थे. वहीं दूसरी ओर पूजा समिति 27 अक्टूबर को अथवा चुनाव बाद 29 अक्टूबर को प्रतिमा विसर्जन करने की बात कर रहे थे. हालांकि पूजा समिति प्रशासन से समन्वय स्थापित करते हुए 26 अक्टूबर की देर रात तक प्रतिमाओं के विसर्जन को तैयार हो गया.

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कोतवाली थाना में इसे लेकर बैठक भी हुई थी. 26 को इसी के तहत बड़ी दुर्गा मां की प्रतिमा को विसर्जन के लिए निकाला गया. लेकिन पुलिस काफी जल्दबाजी में थी. रात लगभग 11 :30 बजे भीड़ और पुलिस आपस में उलझ गयी और पथराव शुरू हो गया. पुलिस ने संयम खो दिया और फायरिंग प्रारंभ हो गया. जिसमे छात्र अनुराग की मौत गोली लगने से हो गयी. साथ ही आधा दर्जन लोग गोली लगने से घायल हो गये. फायरिंग व एक बालक की मौत पर भी पुलिस शांत नहीं हुई और संयम खोते हुए बड़ी दुर्गा प्रतिमा को विसर्जन के लिए ले जाते लोगों पर टूट पड़ी. लोग प्रतिमा की सुरक्षा में लगे थे और पुलिस पिटती रही. जिसके कारण आज मुंगेर जल रहा है.

हेलीकाप्टर से पहुंचकर नये डीएम व एसपी ने संभाली कमान

दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई गोलीकांड में जहां मुंगेर के डीएम राजेश मीणा एवं एसपी लिपि सिंह (SP Lipi singh) नप गये. वहीं दो थानाध्यक्षों पर भी कार्रवाई करते हुए लाइन हाजिर किया गया है. इधर चुनाव आयोग ने आईएसएस रचना पाटिल को मुंगेर का डीएम और आईपीएस मानवजीत सिंह ढिल्लो मुंगेर का एसपी नियुक्त किया है, जो हेलीकाप्टर से पहुंचकर देर शाम मुंगेर में योगदान भी कर लिये.

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Posted By: Utpal kant

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