लाइव अपडेट
इन उम्मीदवारों ने मारी बाजी
सदर विधानसभा से विजय खेमका 31500 वोट से विजयी.
बनमनखी में कृष्ण कुमार ऋषि ने भाजपा को दिलाई जीत
धमदाहा में जदयू की लेसी सिंह ने मारी बाजी
कसबा सीट पर कांग्रेस के अफाक आलम ने मारी बाजी
09 वें राउंड की मतगणना
09 वें राउंड की मतगणना में अमौर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस से अब्दूल जलील मस्तान 6050 मत,जदयू सफा जफ्फर को 13053 एवं एआईएमआईएम के अख्तरूल ईमान 29823 मत के साथ आगे चल रहे हैं
पूर्णिया विधानसभा में 14 वें राउंड के बाद का रूझान
पूर्णिया विधानसभा में 14 वें राउंड में भाजपा प्रत्याशी विजय खेमका करीब 11 हजार मतों से आगे चल रहे हैं.
ग्राफिक्स के जरिए देखें कौन कहां से आगे
पूर्णिया विधान सभा का अभी तक का हाल
चौथे राउंड की मतगणना में अमौर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस से अब्दूल जलील मस्तान को 1813 मत,जदयू सफा जफ्फर को 8764 एवं एआईएमआईएम के अख्तरूल ईमान को 9173 मत के साथ आगे चल रहे हैं.
मतगणना में बायसी में राजद से अब्दुस सुभान को -3427 मत, भाजपा से विनोद यादव को-7810 मत एवं एआईएमआईएम के सैयद रूकनुद्दीन-7119 मत मिले हैं.पीछे चल रहें हैं. मतगणना में बनमनखी में राजद से उपेन्द्र शर्मा को -11161 मत, भाजपा से मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि को-9004 मत के साथ पीछे चल रहें हैं.
पूर्णिया विधानसभा
इंदु सिन्हा कांग्रेस 8156
विजय कुमार खेमका भाजपा 17351
दूसरे राउंड का मतगणना
दूसरे राउंड की मतगणना में अमौर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस से अब्दूल जलील मस्तान को 694 मत,जदयू सफा जफ्फर को 4003 एवं एआईएमआईएम के अख्तरूल ईमान को 4727 मत के साथ आगे चल रहे हैं.
पूर्णिया के सभी विधानसभा का हाल
पूर्णिया में तीसरे राउंड के बाद भाजपा 3567 वोट से आगे, कसबा में 60 मतों से लोजपा आगे, वहीं, धमदाहा में जदयू आगे चल रही है.
पूर्णिया के सभी विधानसभा का हाल
पूर्णिया से भाजपा प्रत्याशी 1663 मतों से आगे, बायसी से एआइएमआइएम 1764 मतों से आगे, राजद तीसरे स्थान पर चल रहे हैं. वहीं, रूपौली से जदयू प्रत्याशी 2045 मतों से आगे और बनमनखी से राजद के उपेंद्र शर्मा आगे भी आगे चल रहे है. बीमा भारती 6153, शंकर सिंह 1880 वोट मिले है. अमौर से कांग्रेस के जलील मस्तान आगे चल रहे हैं.
]पूर्णिया जिले से कौन आगे कौन पीछे
पूर्णिया जिले के सात विधानसभा क्षेत्रों का मतगणना भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रारंभ हो चुका है. प्रारंभिक रुझान के अनुसार धमदाहा विधानसभा क्षेत्र से जदयू करीब एक हजार मतों से आगे हैं. वहीं, कसबा में कांग्रेस आगे है.
पूर्णिया विधानसभा से विजय खेमका आगे
पूर्णिया जिले की सभी विधानसभा सीटों पर वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है. ऐसे में पूर्णिया विधानसभा से विजय खेमका आगे चल रहे हैं. हालांकि, ये शुरूआती रूझान है.
पूर्णिया से जदयू के प्रत्याशी एक वोट से आगे
पूर्णिया से जदयू के प्रत्याशी एक वोट से आगे चल रहे हैं. आपको बता दें कि यहां कुल निम्नलिखित मुख्य प्रत्याशी मैदान में है. जिनके बीच टक्कर है.
अमौर- सबा जफर (JDU), अब्दुल जलील मस्तान (Congress)
बायसी-विनोद यादव(BJP),अब्दुस सुभान (RJD)
कसबा-राजेंद्र यादव (HUM), अफाक आलम (Congress)
बनमनखी- कृष्ण कुमार ऋषि (BJP),उपेंद्र शर्मा(RJD)
रूपौली-बीमा भारती (JDU),विकास चंद्र मंडल (CPI)
धमदाहा-लेसी सिंह(JDU),दिलिप कुमार यादव(RJD)
पूर्णिया-विजय खेमका(BJP),इंदू सिन्हा(Congress)
इतिहास गवाह है कि पूर्णिया का सियासी मिजाज हमेशा विपरीत धारा में चला है
पूर्णिया से निकलनेवाली सियासत की राह किसी के लिए आसान नहीं. यही कारण है कि सभी दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है. पूर्णिया की सात सीटों के लिए कुल 105 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इनमें एनडीए गठबंधन के तहत भाजपा और जदयू तीन-तीन और एक सीट पर हम के प्रत्याशी चुनाव लड़े थे, जबकि महागठबंधन की ओर से कांग्रेस और राजद तीन-तीन और एक सीट पर सीपीआइ के प्रत्याशी मैदान में हैं. इसके अलावा लोजपा ने 4, रालोसपा ने 2, एआईएमआईएम ने 3 और पप्पू यादव के नेतृत्व वाली जन अधिकार पार्टी ने 3 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किये थे. ऐसे में आज इन सभी प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होने वाला है.
पिछले 2015 के विधानसभा चुनाव में पूर्णिया की कुल सात में से भाजपा और जदयू क्रमश: दो-दो, कांग्रेस दो और राजद एक सीट पर कबिज थी. इस बार राजनीतिक दलों के बने नये सियासी गठबंधन के बीच हो रहे चुनाव में हर तरफ 'विकास बनाम बदलाव' की गूंज सुनाई पड़ रही है. महंगाई और भ्रष्टाचार के मुद्दे गुजरते वक्त के साथ गौण पड़ते जा रहे हैं. बिहार में हुए दो चरणों के चुनाव के बाद से ही नेताओं के स्वर भी बदलने लगे हैं. इतिहास गवाह है कि यहां का सियासी मिजाज हमेशा विपरीत धारा में चलने का रहा है. पूर्णिया की अधिकतर सीटों पर चुनावी सफलता की कुंजी एम और वाई ( मुस्लिम और यादव) मतदाताओं के ‘संतुलन’ और ‘असंतुलन’ पर बहुत हद तक टिकी है. राजनीतिक प्रेक्षकों की मानें तो आमने-सामने की लड़ाई में एम और वाई अपनी निर्णायक भूमिका निभाने की स्थिति में है, लेकिन जहां लड़ाई तिकोनी होगी वहां दुविधाजनक स्थिति बरकरार हो सकती है. यह दुविधा ही अंतत: असंतुलन का कारण बन सकती है. इन इलाकों में लोजपा और ओवैसी के साथ-साथ पप्पू यादव का फैक्टर भी मायने रखता है.
2020 के चुनाव में कौन हैं आमने- सामने
अमौर- सबा जफर (JDU), अब्दुल जलील मस्तान (Congress)
बायसी-विनोद यादव(BJP),अब्दुस सुभान (RJD)
कसबा-राजेंद्र यादव (HUM), अफाक आलम (Congress)
बनमनखी- कृष्ण कुमार ऋषि (BJP),उपेंद्र शर्मा(RJD)
रूपौली-बीमा भारती (JDU),विकास चंद्र मंडल (CPI)
धमदाहा-लेसी सिंह(JDU),दिलिप कुमार यादव(RJD)
पूर्णिया-विजय खेमका(BJP),इंदू सिन्हा(Congress)
2015 का विधानसभा चुनाव
बिहार विधानसभा चुनाव 2015 में अमौर से कांग्रेस ने भाजपा को, बायसी से राजद ने निर्दलीय प्रत्याशी को, कसबा से कांग्रेस ने भाजपा को, बनमनखी से भाजपा ने राजद को, रूपौली से जदयू ने भाजपा को, धमदाहा से जदयू ने BLSP को व पूर्णिया सदर से भाजपा ने कांग्रेस को नजदीकी टक्कर से हराकर इन सीटों पर कब्जा जमाया था.
Posted By: Sumit Kumar Verma