पटना : भाजपा ने दूसरे चरण में जिन 46 उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा है. इसमें राज्य सरकार के दो मंत्री के अलावा करीब एक दर्जन विधायक दूसरी-तीसरी बार अपनी दावेदारी बचाने के लिए मैदान में ताल ठोक रहे हैं.
इसमें पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव पटना साहिब सीट से सातवीं बार चुनाव लड़ रहे हैं. इससे पहले वह छह बार इसी सीट से चुनाव जीत चुके हैं. सहकारिता मंत्री राणा रणधीर सिंह दूसरी बार मधुबन सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
उनके पिता भी कई बार विधायकी जीते और मंत्री भी रहे थे. कुछ अन्य भी अपनी पुश्तैनी सीट पर कब्जा जमाने के लिए जोर-आजमाइश करेंगे. इसमें बरुराज के उम्मीदवार अरुण कुमार सिंह के पिता इस सीट पर चार बार और दादा पांच बार विधायक रह चुके हैं.
इसके अलावा करीब एक दर्जन विधायक दूसरी या तीसरी बार अपनी सीट बचाने के लिए चुनावी मैदान में ताल ठोकेंगे. बांकीपुर से वर्तमान विधायक नितिन नवीन और कुम्हरार से अरुण कुमार सिन्हा को लगातार चौथी बार टिकट मिला है.ये दोनों 2005 से लगातार तीसरी बार अपने-अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते आ रहे हैं. दानापुर से आशा देवी को तीसरी बार उम्मीदवार बनाया गया है.
वह पहले भी दो बार विधायक रह चुकी हैं. जबकि, दीघा से संजीव चौरसिया, बिहारशरीफ से डॉ सुनील कुमार, हाजीपुर से अवधेश सिंह, बैकुंठपुर मिथिलेश तिवारी, बख्तियारपुर से रणविजय सिंह लगातार दूसरी बार अपनी विधायकी बचाये रखने के लिए जोर-आजमाइश करेंगे. सारण जिला में गड़खा सुरक्षित सीट से ज्ञानचंद मांझी इससे पहले भी यहां से दो बार विधायक रह चुके हैं.
सोनपुर से विनय कुमार सिंह इससे पहले दो बार विधायक रह चुके हैं. वह पिछले बार चुनाव हार गये थे. तरैया से जनक सिंह दूसरी बार विधायक बनने के लिए संघर्ष करेंगे. अमनौर से वर्तमान विधायक शत्रुघ्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा को इस बार पार्टी ने उम्मीदवार नहीं बनाया है. वह बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.
Posted by Ashish Jha