कोचस/करगहर : करगहर विधानसभा क्षेत्र का गठन 2008 के परिसिमन में हुआ है. अब तक यहां 2010 व 2015 में दो बार चुनाव हुआ है और दोनों बार जदयू प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है. वर्ष-2020 का चुनाव जदयू के लिए हैट्रिक बनाने की उम्मीद की है, तो विपक्षी दलों के लिए हैट्रिक नहीं बनाने देने की चुनौती का है.
पिछले चुनाव में जदयू प्रत्याशी वशिष्ठ सिंह ने रालोसपा उम्मीदवार वीरेंद्र कुशवाहा को 12,907 मतों के अंतर से हराया था. उस समय में जदयू को क्षेत्र की 32.1 प्रतिशत जनता ने वोट दिया था.
कुर्मी बहुलता वाले इस क्षेत्र में पूर्व मंत्री रामधनी सिंह के पुत्र उदय प्रताप सिंह ने बसपा के टिकट पर इंट्री मार दी है, तो जाति समीकरण को देखते हुए कांग्रेस ने भी स्थानीय उम्मीदवार संतोष कुमार मिश्रा को चुनाव मैदान में उतार दिया है.
जदयू की जीत के रथ को रोकने की कोशिश करेंगे. जदयू ने अपने प्रत्याशी पर दूसरी बार दांव खेला है, तो कांग्रेस व बसपा के प्रत्याशी पहली बार किस्मत आज माने मैदान में उतरे हैं.
जदयू के रथ के पहिया को जाम करने के लिए लोजपा ने राकेश कुमार सिंह उर्फ गबडु सिंह को चुनावी समर में उतारा है, जो लड़ाई को चतुष्कोणीय बनाने का भरसक प्रयास करेंगे.
पिछले रिकॉर्ड पर नजर डाले, तो 2015 के चुनाव के समय इस क्षेत्र में 1,58,931 पुरुष और 1,37,498 महिला कुल 2,96,440 मतदाता थे, जिसमें 1,77,750 करीब 60 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया था. वहीं नोटा में 1,491 वोट पड़ा था.
Posted by Ashish Jha