पटना: अक्तूबर 2005 का चुनाव परिणाम एनडीए के लिए सुखद रहा. 15 सालों की लालू-राबड़ी की राजद सरकार वोट की लड़ाई में परास्त हो गयी. एनडीए के घटक दलों को कुल 143 सीटें आयी थीं, जो सरकार बनाने के जादुई आंकड़े 122 से कहीं अधिक थीं. बहुमत की खुशी इतनी थी कि जब राजभवन से एनडीए के नेता नीतीश कुमार को सरकार बनाने का न्योता मिला तो , शपथ ग्रहण समारोह ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित करने का फैसला लिया गया.
गांधी मैदान ऐतिहासिक रैली व सभाओं के लिए चर्चित रहा है. सुभाष चंद्र बोस, गांधी, नेहरू, लोकनायक जय प्रकाश नारायण व इंदिरा गांधी की सभाओं का गवाह रहे गांधी मैदान में दो बड़े मंच बनाये गये. संभवत: पहली बार खुले मैदान में नयी सरकार ने शपथ ली.
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शपथ ग्रहण समारोह में एनडीए से जुड़े देश के सभी दिग्गज नेताओं ने शिरकत की. राज्य में पहली एनडीए सरकार के गठन और नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनते देखने गांधी मैदान में काफी भीड़ एकत्र हुई. नीतीश कुमार के साथ उपमुख्यमंत्री के तौर पर सुशील कुमार माेदी ने भी शपथ ली.
इस चुनाव में जदयू को 88 और भाजपा को 55 सीटें आयीं, जबकि राजद को 54, लोजपा को 10, कांग्रेस को नौ, भाकपा- माले को पांच, एनसीपी को एक, सीपीएम को एक, भाकपा को तीन और बसपा को चार सीटें मिलीं.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya