Bihar Chunav : टेक्नोक्रेट्स पर है वार रूम की जिम्मेदारी, जानें कैसे काम कर रहे पार्टियों के साइबर सेल

Bihar Chunav : टेक्नोक्रेट्स ही राजनीतिक दलों के दिशा-निर्देशों को आम मतदाताओं तक पहुंचाने की रणनीति बनाकर काम कर रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | October 20, 2020 10:43 AM

पटना : कोरोना संक्रमण के खतरे से बचने के लिए इस बार विधानसभा चुनाव में लगभग सभी राजनीतिक दलों के वार रूम की जिम्मेदारी पटना में टेक्नोक्रेट्स ने संभाल रखी है. इसमें कई आइआइटियन और साइबर एक्सपर्ट भी शामिल हैं. टेक्नोक्रेट्स ही राजनीतिक दलों के दिशा-निर्देशों को आम मतदाताओं तक पहुंचाने की रणनीति बनाकर काम कर रहे हैं.

साथ ही उनके माध्यम से ही दलों के बड़े नेताओं का पल-पल का संदेश सीधे आम कार्यकर्ताओं और मतदाताओं तक पहुंचाया जा रहा है. नेताओं के प्रचार-प्रसार का कार्यक्रम तय होने पर इस संबंध में सभी व्यवस्था भी की जा रही है. वहीं, प्रत्येक राजनीतिक दलों में ऑनलाइन माध्यमों, सोशल मीडिया के तहत व्हाट्सएप ग्रुप, फेसबुक, ट्विटर आदि का इस्तेमाल धड़ल्ले से हो रहा है. इस संबंध में कुछ राजनीतिक दलों ने अपने-अपने वार रूम की जानकारी साझा की.

जदयू का वार रूम

जदयू सूत्रों का कहना है कि पटना में पार्टी का वार रूम बनाया गया है. इसके भरोसे जुलाई में ही पार्टी ने अपना विधानसभावार सम्मेलन कर लिया था. वार रूम में बैठने वाले टेक्नोक्रेट्स के माध्यम से राज्य के प्रत्येक पंचायत स्तर का एक-एक व्हाट्सएप ग्रुप बनवाया गया है. इस तरह करीब 8342 पंचायतों के अपने-अपने व्हाट्सएप ग्रुप हैं. इसके माध्यम से करीब 21 लाख लोग जुड़े हैं. इसके अलावा 30 प्रकोष्ठों और संगठन के अलग-अलग स्तर पर भी व्हाट्सएप ग्रुप बना हुआ है.

इसके साथ ही जदयू के वेब पोर्टल पर करीब एक करोड़ 65 लाख विजिटर हैं. हाल ही में लांच की गयी जदयू लाइव डॉट कॉम वेबसाइट अपनी तरह का पहला प्लेटफॉर्म है, जिसमें दोनों तरफ से बातचीत की व्यवस्था है. इससे 10 लाख लोग एक साथ जुड़ सकते हैं. पार्टी चुनाव प्रचार के लिए लगातार वीडियो और म्यूजिक जारी कर रही है. जदयू ऑनलाइन डॉट कॉम पर भी भाषण सहित कार्यक्रम लगातार अपडेट किये जा रहे हैं.

राजद का वार रूम

राजद के सूत्रों का कहना है कि राज्य के सभी पंचायतों के तीन से चार वार्डों में व्हाट्सएप ग्रुप बनाये गये हैं. इस तरह राज्य में करीब 30 हजार व्हाट्सएप ग्रुप बने हैं जिसके माध्यम से पार्टी चुनाव प्रचार कर रही है. इससे करीब 74 लाख लोग जुड़े हैं.

इसके अलावा पार्टी अपने वेबसाइट और फेसबुक पेज पर भी लगातार चुनाव प्रचार सामग्री डालकर मतदाताअों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है. पार्टी का वार रूम सभी नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं तक से लगातार संपर्क बनाये हुए है. इसके साथ ही चुनाव प्रचार अभियानों की रूपरेखा से लेकर कार्यक्रमों को तय करने की जिम्मेदारी भी वार रूम के टेक्नोक्रेट्स निभा रहे हैं.

भाजपा का वार रूम

वहीं भाजपा के सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने राज्य के सभी करीब 10 हजार शक्ति केंद्रों के लिए अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुप बनाया है. इनकी निगरानी टेक्नोक्रेट्स के माध्यम से हो रही है. इन ग्रुपों से करीब 25 लाख लोग सीधे तौर पर जुड़े हैं. वहीं , संगठन के प्रत्येक स्तर पर भी व्हाट्सएप ग्रुप बने हुए हैं. पार्टी अपनी वेबसाइट के माध्यम से भी चुनाव प्रचार के लिए आम लोगों तक पहुंच रही है. वेबसाइट पर भी भाषण सहित कार्यक्रम लगातार अपडेट किये जा रहे हैं.

लोजपा का वार रूम

लोजपा सूत्रों का कहना है कि पार्टी सभी बूथों पर तेजी से व्हाट्सएप ग्रुप बना रही है. फिलहाल इसका वार रूम दिल्ली में है .वहां से ही चुनावी गतिविधियों का इंतजाम हो रहा है. पार्टी जिला स्तर तक अपने कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग के लिए जूम एप का उपयोग कर रही है. वहीं सभी वाम दलों का भी वार रूम पटना में शुरू हो चुका है. इसमें दिल्ली और स्थानीय आइटी एक्सपर्ट सहयोग कर रहे हैं. वाम दल भी अपने कार्यकर्ताओं से बैठकों के लिए जूम एप का इस्तेमाल कर रहे हैं.

कांग्रेस का वार रूम

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी के वार रूम की जिम्मेदारी संभालने के लिए पार्टी के आइटी एक्सपर्ट की टीम दिल्ली से पटना आयी है. यह टीम पार्टी के नेशनल सोशल मीडिया हेड रोहन गुप्ता के नेतृत्व में काम कर रही है. पार्टी के वार रूम के माध्यम से ही नेताओं का चुनावी कार्यक्रम तय और इसका प्रचार-प्रसार हो रहा है.

साथ ही नेताओं के वर्चुअल सम्मेलनों सहित गठबंधन के नेताओं के चुनावी कार्यक्रमों में सामंजस्य की जिम्मेदारी भी संभाल रही है. पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच बेहतर संवाद के लिए व्हाट्सएप ग्रुप सहित सोशल मीडिया के अन्य माध्यमों का इस्तेमाल कर रही है.

Posted by Ashish Jha

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