हिसुआ : जिले में सबसे अधिक मतदाता हिसुआ विधानसभा क्षेत्र में हैं. वर्ष 2015 की तुलना में हिसुआ में इस बार 34,730 वोटर्स बढ़े हैं. 2015 के विधानसभा चुनाव में 3,42,252 मतदाता थे. इस बार मतदाताओं की संख्या 3,76,982 हैं.
पांचों विधानसभा क्षेत्रों की तुलना में हिसुआ 2005 के चुनाव के बाद परिसीमन बदलने पर संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई. 2005 में हिसुआ विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 1,99,222 ही थे. जिले अन्य सीटों नवादा में 3,52,081 मतदाता, वारिसलीगंज में 3,50,202 मतदाता, रजौली में 3,32,197 मतदाता व गोविंदपुर में 3,18,697 मतदाता हैं.
इससे पहले हिसुआ विधानसभा क्षेत्र मतदाताओं की संख्या के लिहाज से छोटा माना जाता था. 2005 के बाद अकबरपुर प्रखंड को हिसुआ में में शामिल करने के बाद मतदाताओं की संख्या में काफी इजाफा हुआ. पहले हिसुआ विधानसभा क्षेत्र में नारदीगंज व मेसकौर के कुछ पंचायत शामिल थे. परिसीमन में इन इलाकों को हटा दिया गया.
नारदीगंज को नवादा व मेसकौर को रजौली विधानसभा क्षेत्र में जोड़ा गया. परिसिमन बदलने के बाद पिछड़ा वर्ग, अतिपिछड़ा वर्ग, दलित व अल्पसंख्यक मतदाताओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई. इससे बहुत हद तक हिसुआ का समीकरण भी बदल गया.
इस बार के चुनाव में मतदाताओं की सुविधा को देखते हुए बूथों की संख्या भी बढ़ा दी गयी है. 2015 के चुनाव में मतदान केंद्रों को संख्या 341 थी, जो इस बार बढ़ कर 548 है. ज्यादातर बूथों पर ‘क’ व ‘ख’ कर बूथों की संख्या बढ़ायी गयी है.
2015 के चुनाव में हिसुआ से मैदान में कुल नौ उम्मीदवार थे. इस बार मैदान में आठ उम्मीदवार हैं. इन दिनों चुनाव प्रचार चरम पर है. सीधे मुकाबला वाले प्रत्याशी के साथ अन्य प्रत्याशियों का भी दौरा, जनसंपर्क और वोट मांगने का काम चालू है.
Posted by Ashish Jha