पटना : तीसरे और अंतिम चरण के चुनाव में सभी पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों पर दांव लगाया है. अंतिम चरण की 78 सीटों में साठ फीसदी यानी 45 से अधिक सीटें जिस गठबंधन के कब्जे में आयेंगी, सरकार बनाना आसान होगा.
राजद के इस चरण में सबसे अधिक 46 सीटों पर उम्मीदवार हैं. महागठबंधन में दूसरे दलों में 25 सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. भाकपा- माले की पांच और भाकपा की दो सीटें भी इस चरण में हैं.
एनडीए में जदयू की सबसे अधिक 37 सीटें हैं. भाजपा की 35, वीआइपी की पांच और हम का एक सीटों पर दांव है. इनमें से अधिकतर सीटों पर लोजपा ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं.
तीसरे चरण में ही विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी समस्तीपुर जिले की सरायरंजन से उम्मीदवार हैं. इनके अलावा सरकार के आठ मंत्रियों के चुनावी भाग्य का भी फैसला होना है.
इनमें सुपौल से ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, बेनीपट्टी से पीएचइडी मंत्री विनोद नारायण झा, दरभंगा के बहादुरपुर से खाद्य मंत्री मदन सहनी, मुजफ्फरपुर में सुरेश शर्मा, लौकहा से लक्ष्मेश्वर राय, रूपौली से बीमा भारती, आलमनगर से नरेंद्र नारायण यादव, सिंहेश्वर से रमेश ऋषिदेव और कल्याणपुर से महेश्वर हजारी के नाम हैं.
अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में केवटी से राजद के अब्दुल बारी सिद्दीकी, बिहारीगंज से शरद यादव की पुत्री सुभाषिणी यादव, सहरसा से पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद, मधेपुरा से जदयू के निखिल मंडल, नरकटियागंज से कांग्रेस के विनय वर्मा व रामनगर से पूर्व मंत्री राजेश राम के नाम हैं.
Posted by Ashish Jha