Bihar Chunav 2020: बिहार में गठित होनेवाली 17 वीं विधानसभा में जीत कर आनेवाले जनप्रतिनिधियों की पृष्ठभूमि चौकानेवाली है. नयी विधानसभा में जीतनेवाले 243 विधायकों में 163 विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. यह संख्या 68 फीसदी है ,जो कि 2015 के विधानसभा चुनाव से 10 फीसदी अधिक है.
नवनिर्वाचित विधायकों में 123 पर गंभीर किस्म के आपराधिक मामले दर्ज हैं ,जिनको पांच साल की सजा से लेकर अन्य दंड मिल सकती है. 2015 के विधानसभा चुनाव से इस बार के गंभीर किस्म के आपराधिक मामलों वाले 11 फीसदी अधिक विधायक निर्वाचित हुए हैं. बिहार इलेक्शन वाच और एडीआर द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव में निर्वाचित प्रतिनिधियों के शपथ पत्रों का विश्लेषण जारी किया गया.
बिहार इलेक्शन वाच के समन्वयक राजीव कुमार ने बताया कि निर्वाचित होनेवाले 19 विधायकों ने अपने शपथ पत्र में हत्या जैसे आरोपों की जानकारी दी है, जबकि 31 विधायकों पर हत्या के प्रयास के आरोप हैं. आठ विधायकों पर महिला हिंसा के आरोप हैं.
उन्होंने बताया कि दलवार आपराधिक मामले वाले विधायकों को देखा जाये, तो 75 में से 54 विधायक राजद के हैं, जबकि भाजपा के निर्वाचित होनेवाले 74 विधायकों में 47 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. जदयू के 43 विधायकों में 20 पर तो कांग्रेस के 19 विधायकों में 16 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. माले के 12 विधायकों में 10 पर तो एआइएमआइएम के पांचों विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
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नयी बिहार विधानसभा के लिए निर्वाचित होनेवाले 243 विधायकों में 194 विधायक करोड़पति हैं. इसके पूर्व 2015 के चुनाव में 162 करोड़पति विधायक चुने गये थे. नव निर्वाचित विधायकों में भाजपा के 73 में से 65 विधायक, राजद के 74 में से 64 विधायक, जदयू के निर्वाचित 43 में से 38 विधायक और कांग्रेस के निर्वाचित 19 में से 14 विधायक करोड़पति हैं.
पांच करोड़ से अधिक संपत्ति वाले 61 विधायक तो दो करोड़ से पांच करोड़ की संपत्तिवाले 87 विधायक, जबकि दो करोड़ से अधिक संपत्ति वाले 72 विधायक निर्वाचित हुए हैं. नयी विधानसभा के लिए निर्वाचित होनेवाले विधायकों की औसत संपत्ति 4.32 करोड़ है.
राजद-75 में से 54 विधायक
भाजपा – 74 में 47
जदयू – 43 में 20
कांग्रेस- 19 में 16
माले – 12 में 10
17 वीं बिहार विधानसभा में 243 में से सर्वाधिक 74 निर्वाचित विधायकों की शैक्षणिक योग्यता ग्रेजुएशन की है. साथ ही 53 विधायकों ने 12 वीं पास की है, जबकि 24 विधायक मैट्रिक पास हैं. ग्रेजुएट प्रोफेशनल 20 विधायक हैं तो पोस्ट ग्रेजुएट शिक्षापानेवाले 31 विधायक हैं. नयी विधानसभा में नौ विधायक ऐसे हैं जो सिर्फ लिखना-पढ़ना जानते हैं, जबकि दो विधायक पांचवीं और तीन विधायक आठवीं पास हैं. 24 विधायकों के पास डॉक्टरेट की डिग्री तो एक विधायक के पास डिप्लोमा की डिग्री है.
औसत उम्र निर्वाचित विधायक
25-30 वर्ष तीन विधायक
31-40 वर्ष 30 विधायक
औसत उम्र निर्वाचित विधायक
41-50 वर्ष 82 विधायक
51-60 वर्ष 67 विधायक
औसत उम्र निर्वाचित विधायक
61-70 वर्ष 48 विधायक
71-80 वर्ष 11 विधायक
Posted by Ashish Jha