Bihar Election 2020: बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए से अलग होकर लड़ रही पार्टी लोजपा के खिलाफ भाजपा नेताओं के तेवर सख्त हो गए हैं. शुक्रवार को किसी ने लोजपा को वोटकटवा पार्टी करार दिया तो किसी भाजपा नेता ने चिराग पासवान को भ्रम में न रहने की सलाह दी.
लोजपा की तरफ से पीएम नरेंद्र मोदी के नाम के इस्तेमाल पर दिये बयान के बाद भाजपा आला नेताओं के तेवर कड़े हो गये हैं. बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव ने इसका सख्त लहजे में विरोध करते हुए फेसबुक पर लिखा है कि प्रधानमंत्री के नाम का इस्तेमाल पर चिराग भ्रम पैदा करना चाहते हैं.
बिहार चुनाव में एनडीए में भाजपा-जदयू-वीआईपी और हम गठबंधन में है.लोजपा से न हमारा गठबंधन है और न ही चुनाव में वे एनडीए का हिस्सा है. चिराग को न भ्रम में रहना चाहिए, न भ्रम पालना चाहिए और न भ्रम फैलाना चाहिए.
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उधर, डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने शुक्रवार को हवाई अड्डा पर चुनाव प्रचार के लिए जाने से पहले पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि लोजपा नेता के दावे झूठे और बेबुनियाद हैं. उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर उनकी बात हुई है. लोजपा नेता और उनके बीच चुनाव को लेकर कभी कोई बात नहीं हुई. सीटों की संख्या को लेकर विवाद था.
भाजपा जितनी सीटें दे रही थी, लोजपा उससे काफी ज्यादा सीटें मांग रही थी. इस वजह से वार्ता टूटी और लोजपा स्वयं निर्णय लेकर गठबंधन से अलग हुआ. जो पार्टी बिहार में एक सीट भी नहीं जीत सकती है, वह सरकार बनाने का दावा कर भ्रम फैला रही है. उन्होंने कहा कि लोजपा नेता कहते हैं कि वह नीतीश कुमार को बिहार का सीएम नहीं बनने देंगे.
इसका सीधा मतलब है कि वह पीएम मोदी और अमित शाह के निर्णय का विरोध कर बिहार में भाजपा की सरकार नहीं बनने देना चाहते हैं. आखिर यह कैसी राजनीति है कि एक तरफ तो पीएम मोदी की तारीफ करते हैं और दूसरी तरफ पीएम के समर्थित नीतीश कुमार का विरोध करते हैं.
सुशील मोदी ने फिर कहा कि लोजपा वोटकटवा है और उसका एक ही मकसद है कि बिहार में एनडीए की सरकार नहीं बने. उन्होंने पूरे विश्वास से कहा कि बिहार में एनडीए की सरकार पूरे बहुमत के साथ फिर से बनेगी.
Posted by: Utpal kant