Bihar election 2020 : सुरक्षित सीट के बाद भी कल्याणपुर में टूटा जातीय समीकरण
समस्तीपुर जिले का कल्याणपुर विस क्षेत्र भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी की वजह से राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है. हजारी को हाल ही में उद्योग विभाग का भी प्रभार सौंपा गया है. कल्याणपुर सीट से हजारी ने पिछले विस चुनाव में रामविलास पासवान के भतीजे प्रिंस राज को हराया था. महेश्वर हजारी व रामविलास पासवान भी आपस में रिश्तेदार हैं.
समस्तीपुर : समस्तीपुर जिले का कल्याणपुर विस क्षेत्र भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी की वजह से राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है. हजारी को हाल ही में उद्योग विभाग का भी प्रभार सौंपा गया है. कल्याणपुर सीट से हजारी ने पिछले विस चुनाव में रामविलास पासवान के भतीजे प्रिंस राज को हराया था. महेश्वर हजारी व रामविलास पासवान भी आपस में रिश्तेदार हैं.
1966 से लेकर 2010 तक था सामान्य सीटवर्ष 1966 से लेकर वर्ष 2010 तक कल्याणपुर जब सामान्य सीट हुआ करता था तब ज्यादातर कुशवाहा व भूमिहार जाति के उम्मीदवारों का प्रतिनिधित्व रहा है. इस सीट के सुरक्षित घोषित किये जाने से पहले तक यहां जातीय गोलबंदी खूब हुई. लेकिन, सीट सुरक्षित होने के बाद जातीय समीकरण टूटा है. हालांकि, अब भी इस सीट पर जीत और हार में कुशवाहा व भूमिहार वोटरों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. इसके अलावा अनुसूचित जाति के वोटर भी एक मजबूत फैक्टर के रूप में काम करते हैं. सुरक्षित सीट होने के बाद वर्ष 2010 से यहां लगातार जदयू व लोजपा उम्मीदवार आमने-सामने रहे हैं.
इस सीट से महिलाओं को भी प्रतिनिधित्व का खूब अवसर मिला है. महिला उम्मीदवार में सबसे पहले कांग्रेस की रामसुकुमारी देवी 1980 में चुनाव जीती थीं. वर्ष 1995 में जनता दल से सीता सिन्हा को विस जाने का मौका मिला था.
कई दावेदारमंत्री महेश्वर हजारी की सीटिंग सीट होने के नाते यहां से जदयू का स्वाभाविक दावा है. वैसे भाजपा से सुंदेश्वर राम की दावेदारी है. राजद अगर बाहर का प्रत्याशी नहीं उतारता है तो अनिल बैठा व विनोद दास दावेदारी पेश कर सकते हैं.
posted by ashish jha