पटना : विधानसभा चुनाव से पहले गठबंधन की डोर से बंधे दलों के बीच प्रेशर प्रॉलिटिक्स शुरू हो गयी है. एनडीए के घटक दल एलजेपी और हम के बीच पोस्टर वार शुरू हो गया है. चिराग के नारे ‘ बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट ’ के जवाब में मांझी की पार्टी ने ‘फर्स्ट बिहार, नीतीश कुमार’ का नारा दिया है. पोस्टर में चिराग पासवान और उनकी पार्टी को छोड़कर पूरा एनडीए है. हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शनिवार को सीएम नीतीश से मुलाकात के दूसरे दिन सधे और सटीक अंदाज में जो तीर छोड़ा है उसे जेडीयू की परिवक्व रणनीति के रूप में देखा जा रहा है.
चार सितंबर को एलजेपी ने पोस्टर जारी किया था. ध्येय वाक्य था ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’. इसमें बिहार की माटी से जुड़े सियासी हस्तियां के फोटो हैं. पार्टी के प्रमुख सांसद – नेता के साथ आदमकद में चिराग की तस्वीर है. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के पोस्टर की पंच लाइन है ‘फर्स्ट बिहार, नीतीश कुमार’. एनडीए में शामिल होने पर बधाई के इस पोस्टर में चिराग को छोड़कर पूरा एनडीए है. पोस्टर में एक ओर पीएम तो दूसरी ओर सीएम की समान आकार में तस्वीर है. इनके बीच में डिप्टी सीएम सुशील मोदी के साथ हम पार्टी के पदाधिकारियों की तस्वीरें हैं. पार्टी प्रवक्ता का कहना है कि पोस्टर में केवल उनको जगह दी है जो नीतीश के काम में विश्वास रखते हैं.
एनडीए में भाजपा -जदयू, लोजपा और हिंदुस्तानी आवामा मोर्चा (से) हैं. हम ने महागठबंधन से अलग होकर जदयू से गठबंधन किया है. एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान जेडीयू और राज्य सरकार की नीतियों पर सवाल खड़ा करते आ रहे हैं. एनडीए का हिस्सा बन जाने के बाद मांझी की पार्टी नीतीश कुमार पर हमला करने वालों पर पलटवार कर रही है. इस नयी स्थिति से लोजपा खुद को असहज महसूस कर रही है. सियासत की इस कूटनीति लड़ाई में जदयू बड़े भाई की भूमिका में दिखने लगा है.
हम के पोस्टर में भले ही चिराग- लोजपा को जगह नहीं मिली है, लेकिन शहर में जिन तीन दर्जन स्थानों पर यह लगाये गये हैं उनमें चिराग के घर, पार्टी कार्यालय के सामने लगाये गये हैं. भाजपा- जदयू कार्यालय के बाहर भी पोस्टर हैं.
posted by ashish jha