Loading election data...

Bihar election 2020 : पारंपरिक घरानों से दूर होती कांग्रेस

बिहार में कांग्रेस अपने पारंपरिक घरानों से भी दूर होती जा रही है. दो पीढ़ियों तक कांग्रेस की झंडा उठाने वाले नेताओं की तीसरी पीढ़ी भी अब दल छोड़ रहे हैं. डाॅ जगन्नाथ मिश्र और भागवत झा आजाद दो ऐसे मुख्यमंत्री रहे, जिन्होंने कांग्रेस को अलविदा कह दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | September 14, 2020 5:28 AM
an image

पटना : बिहार में कांग्रेस अपने पारंपरिक घरानों से भी दूर होती जा रही है. दो पीढ़ियों तक कांग्रेस की झंडा उठाने वाले नेताओं की तीसरी पीढ़ी भी अब दल छोड़ रहे हैं. डाॅ जगन्नाथ मिश्र और भागवत झा आजाद दो ऐसे मुख्यमंत्री रहे, जिन्होंने कांग्रेस को अलविदा कह दिया. पूर्व सीएम जीतन राम मांझी और मौजूदा स्पीकर विजय कुमार चौधरी की राजनीतिक इंट्री भी कांग्रेस से ही हुई है, लेकिन यह दोनों अब कांग्रेस में नहीं हैं. 1980 के दशक के ठसक वाले कांग्रेसी राजो सिंह के पाेते सुदर्शन कुमार ने दो दिन पहले कांग्रेस को त्याग दिया है. कई पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पार्टी छोड़ चुके हैं. पुराने कांग्रेसी भी बताते हैं, ऐसा एक- दो साल में नहीं हुआ, बल्कि वर्तमान स्थिति दशकों में ऐसी हुई है. फिलहाल राजद की बी-टीम बनकर रह गयी कांग्रेस के कद्दावर नेताओं के पार्टी छोड़ने के कारण कार्यकर्ता भी उदासीन होने लगे हैं. अब बिहार में वैशाखी के सहारे विधानसभा में प्रवेश का रास्ता पार्टी तलाश रही है.

पुराने कांग्रेसी नेताओं के रिश्तेदार अब छोड़ रहे पार्टी

पुरानी पीढ़ी के नेताओं में रामाश्रय प्रसाद सिंह का नाम था. वह मंत्री के साथ विधानमंडल दल के नेता भी रहे. अंत में वह जदयू में शामिल हो गये और अंत तक जदयू के साथ ही रहे. 1952 से पार्टी के विधायक रहे पूर्व मंत्री एलपी शाही की पुत्रवधु वीणा शाही अब दूसरे दल में हैं. डाॅ जगन्नाथ मिश्र के बेटे नीतीश मिश्र भाजपा में प्रदेश उपाध्यक्ष हैं. 1950 के दशक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सरकार में मंत्री रहे चंद्रिका राम के एक बेटे सुनील कुमार जदयू में शामिल हुए हैं.

इधर, कुछ नेता दोबारा कांग्रेस में लौटे हैं

राष्ट्रीय स्तर के नेताओं में तारिकअनवर ने पार्टी से 20 वर्षों तक नाता तोड़ने के बाद फिर से कांग्रेस में लौट आये हैं. पार्टी ने उनको राष्ट्रीय महासचिव भी नियुक्त कर दिया है. इसके अलावा कांग्रेस के विधायक और फिर प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी संभालने वाले रामजतन सिन्हा भी कांग्रेस को छोड़ दिया है. पूर्व मंत्री वीणा शाही ने भी कांग्रेस छोड़ा. इसके अलावा कांग्रेस के विधायक विजय शंकर दुबे पार्टी छोड़कर गये और लौट कर फिर से कांग्रेस के विधायक हैं.

posted by ashish jha

Exit mobile version