पटना. बिहार विस चुनाव के पूर्व एनडीए में लोजपा की दिख रही नाराजगी का कांग्रेस भुनाने में जुट गयी है. लोजपा नेता रामविलास पासवान को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को महागठबंधन में आने का न्योता दे डाला. लोजपा नेता के धर्मनिरपेक्ष स्वभाव का याद दिलाते हुए कहा कि गोधराकांड के बाद केंद्रीय मंत्री के पद से पासवान ने इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है, जब आप अपने पुराने दोस्तों के पास आ जाइएं. सभी धर्मनिरपेक्ष ताकतें मिलकर इस विस चुनाव में भाजपा व नीतीश कुमार को सबक सिखा देंगे.
श्री सिंह बिहार क्रांति महासम्मेलन के दूसरे दिन सीतामढ़ी व शिवहर जिले के विधानसभा क्षेत्रों के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने बिहार विस चुनाव 2015 का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय बिहार का चुनाव नीतीश कुमार व लालू प्रसाद के नेतृत्व में लड़ा गया था और उन ताकतों को शिकस्त दी गयी थी. जेपी आंदोलन से निकले हुए नीतीश कुमार जैसी शख्सियत ने दो साल के बाद जनमत को धोखा दिया. 2017 में जिस दिन शाम छह बजे उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया, ठीक उसके दूसरे दिन फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली.
भाजपा का लोकतंत्र पर विश्वास नहीं है और नहीं उससे उम्मीद की जा सकती है. उन्होंने कहा कि जिनका जन्म जेपी आंदोलन से हुआ है, वर्तमान समय में उनकी आत्मा को क्या महसूस हो रहा होगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान दौर में देश संकट के दौर से गुजर रहा है. उनको घर जाने के लिए न तो पीएम और नहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुछ कर रहे थे. कोरोना को लेकर पीएम ने 20 हजार करोड़ के पैकेज की घोषणा की. उसका लाभ पूंजीपतियों को मिला. सम्मेलन को पार्टी के प्रदेश प्रभारी अजय कपूर, वीरेंद्र सिंह राठौर, अविनाश पांडेय, प्रमोद तिवारी, प्रदेश अध्यक्ष डाॅ मदन मोहन झा, श्याम सुंदर सिंह धीरज, प्रवक्ता राजेश राठौर सहित अन्य नेताओं ने संबोधित किया.
posted by ashish jha