पटना : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पूरी तरह से मैदान में उतरने की तैयारी शुरू कर दी है. पार्टी द्वारा हर जिले में दो स्तर से प्रत्याशियों के नामों की सूची तैयार करायी जा रही है. इसके लिए बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी और प्रदेश चुनाव अभियान समिति द्वारा जिलों में अलग-अगल पर्यवेक्षकों को भेजकर सूची तैयार की जा रही है.
जिलों का दौरा करनेवाले पर्यवेक्षकों को हर विधानसभा क्षेत्र से 10-10 प्रत्याशियों की लिस्ट मिल रही है. जिलों से लौटे कुछ पर्यवेक्षकों का कहना है कि हर जिले से पीसीसी पर्यवेक्षकों को कम -से- कम 10 कैंडिडेट की सूची मिल रही है ,तो चुनाव अभियान समिति के पर्यवेक्षकों को भी उतनी ही संख्या में प्रत्याशियों का बायोडाटा मिल रहा है. पर्यवेक्षकों द्वारा प्रखंड कांग्रेस अध्यक्षों और जिला कांग्रेस अध्यक्षों की भी अनुशंसाएं ली जा रही हैं.
बताया जा रहा है कि कुछ पर्यवेक्षकों ने अपनी रिपोर्ट भी तैयार कर ली है, जबकि कुछ ने अपनी रिपोर्ट बनाकर भेज भी दी है. अब प्रदेश स्तर पर हर विधानसभा के अनुसार कैंडिडेट की सूची की स्क्रूटनी की जायेगी, उसके बाद उसे एआइसीसी को भेजा जायेगा. इस प्रकार कांग्रेस राज्य की 243 विधानसभा सीटों पर अपनी संभावनाओं की तलाश में जुट गयी है. पार्टी यह देखना चाहती है कि उसके पक्ष में कितनी सीटें आ सकती हैं. हालांकि, महागठबंधन में अब तक सीटों के तालमेल को लेकर कोई निर्णय सार्वजनिक नहीं हुआ है. फिर भी पार्टी सभी जिलों से हर विधानसभा सीट के संभावित प्रत्याशियों की सूची तैयार कर रही है.
इधर, चुनाव को देखते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी का विधानसभावार बिहार क्रांति वर्चुअल महासम्मेलन सात सितंबर से आरंभ होगा. प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने बताया कि रैली के प्रथम चरण में उत्तर बिहार के लगभग 50–55 विधानसभा क्षेत्रों में वर्चुअल महासम्मेलन होगा. इसके बाद दक्षिण बिहार में भी इसी प्रकार से लगभग 50–55 विधानसभा क्षेत्रों में बिहार क्रांति वर्चुअल महासम्मेलन का रोडमैप तैयार किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन के कारण एक सितंबर से होनेवाली रैली को राष्ट्रीय शोक के कारण स्थगित कर दिया गया था.
अब सात सितंबर से इसका आयोजन आरंभ हो जायेगा.वर्चुअल रैली के पहले ही पार्टी के प्रभारी सचिव वीरेंद्र सिंह राठौर चार सितंबर को बिहार के पांच दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं. वे पांच सितंबर को बक्सर एवं भोजपुर, छह सितंबर को कैमूर एवं रोहतास, सात सितंबर को औरंगाबाद एवं गया तथा आठ सितंबर को नवादा, जहानाबाद व अरवल के जिला अध्यक्ष, प्रखंड अध्यक्ष एवं प्रमुख कांग्रेसजनों से अलग–अलग विचार विमर्श करेंगे.
posted by ashish jha