बिहार चुनाव 2020 : आठ एमएलसी की किस्मत का फैसला 10 नवंबर को, सभी की हुई जीत तो खाली हो जायेंगी परिषद की 20 सीटें
आठ विधान पार्षदों में जदयू की टिकट पर चार, भाजपा के एक, वीआइपी के एक, कांग्रेस के एक व राजद के टिकट पर एक प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं.
पटना : राज्य में विस चुनाव के दौरान आठ विधान पार्षद भी मैदान में हैं. इन सभी की किस्मत का फैसला भी 10 नवंबर को होगा. चुनाव जीतने वाले विधान पार्षदों की सीटें खाली हो जायेंगी. इन पर नये सिरे से चुनाव कराया जायेगा.
आठ विधान पार्षदों में जदयू की टिकट पर चार, भाजपा के एक, वीआइपी के एक, कांग्रेस के एक व राजद के टिकट पर एक प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. इस तरह एनडीए के छह व महागठबंधन के दो उम्मीदवार मैदान में हैं.
जदयू के टिकट पर बेलहर विस क्षेत्र से विधान पार्षद मनोज यादव प्रत्याशी हैं. वहीं जदयू के टिकट पर ही अतरी विस क्षेत्र से मनोरमा देवी चुनाव मैदान में हैं. जमुई विस क्षेत्र से संजय प्रसाद जदयू प्रत्याशी हैं. सुरसंड विस क्षेत्र से विधान पार्षद दिलीप राय जदयू की टिकट पर लड़ रहे है.
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मनोनयन कोटे की 12 सीटें चल रहीं खाली
वहीं बेनीपट्टी विस क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर विनोद नारायण झा उम्मीदवार हैं. वे विसा कोटे से विधान परिषद के सदस्य हैं. मधुबनी विधानसभा क्षेत्र से एनडीए के घटक दल वीआइपी के टिकट पर भाजपा विधान पार्षद सुमन कुमार महासेठ चुनाव मैदान में हैं. महासेठ स्थानीय प्राधिकार कोटे से जीत कर एमएलसी बने हैं.
महागठबंधन के मुख्य घटक दल कांग्रेस के टिकट पर रामनगर सुरक्षित सीट से राजेश राम चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं राजद के टिकट पर दानापुर विधानसभा क्षेत्र से रीतलाल यादव चुनाव मैदान में हैं.
यह दोनों उम्मीदवार भी स्थानीय प्राधिकार कोटे से हैं. इनकी जीत हुई तो विधान परिषद में पहले से मनोनयन कोटे की खाली चल रहीं 12 सीटों के अलावा आठ और सीटें खाली हो जायेंगी.
Posted by Ashish Jha