Bihar Election 2020, First Phase Voting, Sultanganj Vidhan Sabha Chunav: सुलतानगंज विधानसभा क्षेत्र में बुधवार को मतदान का प्रतिशत 54.3 प्रतिशत रहा, जो 2015 विधानसभा चुनाव में हुए 50 प्रतिशत मतदान से चार प्रतिशत अधिक है. दोपहर तक लोगों को लग रहा था कि इस बार 50 प्रतिशत मतदान भी नहीं होगा. दोपहर बाद शाम छह बजे तक मतदान का आंकड़ा 50 प्रतिशत को पार कर गया. बिहार चुनाव 2020 से जुड़ी हर खबर के लिये बने रहिये prabhatkhabar.com पर.
सुलतानगंज विधानसभा में कुल 3.22 लाख वोटर हैं. इनमें 1.70 लाख पुरुष और डेढ़ लाख महिला वोटर हैं. सुल्तानगंज में सर्वाधिक वोटिंग का प्रतिशत 60.8 है, जो 1969 में हुई थी. इस बार अधिक वोटिंग की मुख्य वजह ग्रामीण वोटर हैं. लॉकडाउन में प्रवासी बिहारियों के लौटने से मतदान में इजाफा बताया जा रहा है. नये युवा वोटरों में मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ना भी इसकी मुख्य वजह बताया जा रहा है. सुबह के समय सुलतानगंज शहर से अधिक उत्साह ग्रामीण इलाकों में दिखा. नौ बजे के बाद शहर के मतदान केंद्रों पर भीड़ दिखने लगी.
सुलतानगंज विधानसभा क्षेत्र के अधिकतर मतदान केंद्र के मुख्य गेट पर मतदाताओं की भीड़ लगी दिखी. मतदानकर्मियों ने बताया कि सुबह के समय एक साथ कई मतदाता पहुंचे, लेकिन इवीएम के सामने कतार में खड़े रहने के लिए सफेद रंग के घेरे की संख्या कम है. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बारी-बारी से मतदाताओं को प्रवेश कराया जा रहा है. विधानसभा क्षेत्र के सबसे पूर्वी हिस्से में स्थित किशनपुर पंचायत के खुटहा मध्य विद्यालय में कई मतदाता कतार की बजाय गेट के बाहर दिखे.
किशनपुर पंचायत के खुटहा मध्य विद्यालय के 128 129 नंबर बूथ पर एक मशीन खराब हो गयी. 15 मिनट मतदान रुका रहा. मतदान केंद्र कन्या मध्य विद्यालय मे सोशल डिस्टैंस का अभाव दिखा. यहां पर लोग सफेद घेरे को छोड़ कर सटकर खड़े दिखे.
सुलतानगंज विस क्षेत्र के सभी 463 मतदान केंद्रों पर कोरोना संक्रमण से बचाव के बेहतर उपाय किये गये. मतदान से पहले शरीर के तापमान को थर्मल स्क्रीनिंग कर मापा गया. हाथ में सैनिटाइजर लगाकर ग्लब्स पहनाया गया. बिना मास्क के वोटिंग की इजाजत नहीं दी गयी. वहीं संक्रमण से बचाव के लिए एक बूथ पर अधिकतम मतदाता की संख्या 1000 थी. मतदान कर्मियों व वोटरों ने बताया कि अधिक बूथ से मतदान की प्रक्रिया जल्द पूरी हो गयी.
अकबरनगर के मिल्की मध्य विद्यालय के बाहर खड़ी भीड़ को बार-बार निकलने के लिए सुरक्षाकर्मी समझाते रहे, लेकिन समर्थकों के अड़ियल रवैये ने पुलिस को डांट फटकार के लिए मजबूर कर दिया. जब लोग नहीं माने तो सुरक्षाकर्मियों ने लाठी लेकर भीड़ को तितर बितर कर दिया.
सुलतानगंज शहर व इसके पंचायतों में शाम तीन बजे के बाद लोग जीत हार के जोड़-तोड़ में व्यस्त रहे. शाहाबाद चौक पर एक चाय की दुकान में दो पक्षों में अपने-अपने प्रत्याशी की जीत को लेकर बहस चलती रही. लोगों ने कहा कि इस बार कुर्मी वोट बंट गया है. कुछ ने एनडीए, कुछ महागठबंधन तो कुछ लोगों ने लोजपा का बटन दबाया. कई लोगों का कहना था कि यादव वोटरों में फूट पड़ने से एनडीए की जीत तय है.
यादव वोटरों ने कांग्रेस व लोजपा दोनों को वोट दिया. दोनों के प्रत्याशी यादव समाज से जुड़े हैं. हालांकि कुछ लोगों ने प्लूरल्स पार्टी की जीत के दावे किये. कुछ वोटर एेसे थे जिन्होंने कहा कि 10 नवंबर का इंतजार करो, सब कुछ समझ में आ जायेगा.
सुलतानगंज के मतदाताओं ने बताया कि मुंगेर व बिहपुर की घटना के बाद लोगों में आक्रोश है. इस घटना का असर सीधे तौर पर मतदान पर पड़ चुका है.
सुलतानगंज विधानसभा क्षेत्र समेत सभी विधानसभा चुनाव के मतों की गिनती 10 नवंबर को होगी. मतगणना की प्रक्रिया सुबह सात बजे से शुरू होकर देर शाम तक जारी रहेगी.
Posted By : Sumit Kumar Verma