पटना. पहले चरण के मतदान के बाद दोनों गठबंधनों की ओर से अपने अपने दावे किये जा रहे हैं. जदयू का कहना है कि नीतीश कुमार अभी भी जनता की पहली पंसद हैं, वहीं राजद का कहना है कि पहले चरण के मतदान के बाद तेजस्वी की डिमांड सबसे अधिक है. यह बताता है कि किस नेता को लोग पसंद कर रहे है.
युवा जदयू के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रंजीत कुमार झा ने गुरुवार को कहा कि पहले चरण के मतदान में मतदाताओं का एनडीए गठबंधन के प्रति स्पष्ट रुझान देखने को मिला है. उनकी पहली पसंद नीतीश कुमार हैं. वोटिंग के पैटर्न से यह देखने को मिला कि मतदाताओं ने इस बार भी जाति-धर्म से ऊपर उठकर विकास के नाम पर अपना मत एनडीए गठबंधन को दिया है.
बिहार के चुनाव में लड़ाई जंगलराज और पिछड़ापन बनाम न्याय के साथ विकास की है. इसमें पहले चरण के मतदान में मतदाताओं ने न्याय के साथ विकास के पक्ष में अपना मतदान किया है. रंजीत कुमार झा ने कहा कि पहले चरण के मतदान में युवाओं ने खासकर 18 वर्ष से 35 वर्ष के युवाओं के वोटिंग पैटर्न में यह साफ देखने को मिला कि युवा समूह ने जात-पांत से उठकर मतदान किया.
इधर, राजद का दावा है कि पहले चरण में अधिकतर विधानसभा सीटों पर बेहतर प्रदर्शन की खबरें आने के बाद तेजस्वी यादव की मांग बतौर स्टार प्रचारक चरम पर पहुंच गयी है. पहले चरण में औसतन 8-10 सभा कर रहे तेजस्वी यादव की सभाओं की संख्या में उल्लेखनीय इजाफा किया गया है. अब रोजाना सभाओं की संख्या 13-15 के बीच आयोजित की जा रही हैं.
दरअसल न केवल राजद बल्कि महागठबंधन के अन्य घटक दलों के उम्मीदवारों के यहां से उनकी डिमांड अप्रत्याशित तौर पर बढ़ी है, वहीं अन्य घटक दलों ने भी प्रचार के लिए अपनी ताकत झोंक दी है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक राजद ने अपने उम्मीदवारों से एक बार पूछा है कि उन्हें तेजस्वी के अलावा और कौन से स्टार प्रचारक चाहिए. अप्रत्याशित तौर पर सभी ने तेजस्वी की ही मांग की है.
Posted by Ashish Jha