पटना : दरभंगा प्रमंडल के तीन जिलों समस्तीपुर, दरभंगा और मधुबनी की लगभग 30 विधानसभा सीटों पर राजद, जदयू व भाजपा का ही कब्जा रहा है. एक-दो सीटों पर कहीं-कहीं कांग्रेस ने उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है. शेष सभी सीटें इन तीनों पार्टियों के हवाले रही हैं. अगर हम पिछले दो चुनावों की बातें करें तो दरभंगा प्रमंडल पर के विधानसभा सीटों पर जदयू बड़ी पार्टी रही है. इस दौरान कभी राजद , तो कभी बीजेपी को नुकसान हुआ है. वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में राजद, जदयू व कांग्रेस ने मिल कर 25 सीटों पर कब्जा कर लिया था. इसमें एक सीट कांग्रेस को मिली थी. वहीं, जब 2010 के विधानसभा चुनाव में भाजपा व जदयू ने मिल कर 22 सीटों पर कब्जा किया था और राजद को सात सीटें मिली थीं.
दरभंगा जिले के दस विधानसभा केवटी, जाले, दरभंगा, गौरा-बौराम, बेनीपुर, अलीनगर, दरभंगा ग्रामीण, बहादुरपुर, कुशेश्वर स्थान और हायाघाट की सीटों पर 2015 के चुनाव में महागठबंधन का कब्जा हुआ था. जाले व दरभंगा की सीट पर केवल बीजेपी ने कब्जा जमाया था. शेष सभी सीटों में चार पर जदयू व चार सीटों पर राजद ने जीत दर्ज की थी. वहीं, 2010 के विधानसभा चुनाव को देखें, तो दस में से आठ सीटें एनडीए को चली गयी थीं. इस दौरान बीजेपी ने छह और जदयू ने दो सीटों पर जीत दर्ज की थी. राजद को मात्र दो सीटें मिली थीं.
इस जिले के दस विधानसभा क्षेत्रों हरलाखी, बेनीपट्टी, बिस्फी, मधुबनी, बाबू बरही, झंझारपुर, खजौली, लोकहा, राजनगर और फुलपरास में भी पिछली बार के चुनाव में महागठबंधन का कब्जा रहा. राजद ने चार व जदयू ने तीन सीटों पर कब्जा किया था. वहीं, बीजेपी को मात्र एक सीट पर संतोष करना पड़ा था. एक सीट बिहार लोक समता पार्टी को मिली थी. 2010 के विधानसभा चुनाव के दौरान जदयू व बीजेपी ने मिल कर सात सीटों पर कब्जा किया था. राजद को तीन सीटें मिल पायी थीं.
समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर, वारिसनगर, समस्तीपुर, उजियारपुर, मोरवा, सरायगंज, मोहिउद्दीन नगर, विभूतिपुर, रोसड़ा और हसनपुर की सीटों पर पिछले चुनाव में बीजेपी का खाता नहीं खुला था. इस दौरान राजद ने तीन और जदयू ने छह सीटों पर कब्जा कर लिया था. महागठबंधन के घटक रहे कांग्रेस को भी एक सीट मिली थी. इसके अलावा 2010 के चुनाव में भी बीजेपी को दो सीटें बीजेपी को मिली थीं. इस चुनाव में भी जदयू ने छह सीटों पर कब्जा किया था. राजद को दो सीटें मिल पायी थीं.
posted by ashish jha