पटना़: पार्टी के चुनाव चिह्न (सिंबल ) कड़ाही को हर मतदाता पहचान जाये इसके लिए हिंदुस्तान आवाम मोर्चा राज्यभर में अभियान चला रहा है. कार्यकर्ता घर- घर दस्तक दे रहे हैं. प्रभाव वाले क्षेत्रों में प्रचार- प्रसार के लिए संगठन के बड़े- बड़े पदाधिकारियों को लगाया गया है.
हम को अगस्त 2015 में चुनाव चिह्न टेलीफोन आवंटित किया गया था. पिछले दो – दो चुनावों में चार फीसदी वोट नहीं मिलने और कम -से- कम दो उम्मीदवार नहीं जीतने के कारण चुनाव आयोग ने इस चुनाव चिह्न को रद्द कर दिया था. हम ने नये चुनाव चिह्न के रूप में कप- प्लेट का अनुरोध किया था. आयोग ने सिंबल के रूप में कड़ाही दी है. पार्टी अपने इस नये सिंबल को लेकर कार्यकर्ताओं को घर- घर भेज रही है. एक लाख से अधिक पंफलेट छपवाये गये हैं. इनको वितरित किया जा रहा है. वर्चुअल तरीके से भी प्रचार- प्रसार किया जा रहा है.
कड़ाही सिंबल बहुत अच्छा है. गरीब – अमीर सभी इसका उपयोग करते हैं. यह टेलीफोन से अधिक लाभकारी होगा. संगठन में, वचुअर्ल मीटिंग के जरिये लोगों से संपर्क किया जा रहा है. पार्टी जिन- जिन क्षेत्रों में चुनाव लड़ सकती है वहां कड़ाही चिह्न की लाखों प्रतियां छपवाकर वितरित करायी जा रही हैं.
जीतन राम मांझी, अध्यक्ष
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya