Bhupendra Yadav Exclusive Interview, Bihar Vidhan Sabha Chunav 2020 : भाजपा के बिहार प्रभारी सांसद भूपेंद्र यादव इन दिनों पटना में कैंप कर रहे हैं. चुनाव प्रचार, घोषणापत्र व पूरे प्रदेश में पार्टी की गतिविधियों पर नजर रखते हुए एनडीए के घटक दलों के साथ समन्वय की भी जिम्मेदारी भी इन्हीं के कंधों पर है. एनडीए और महागठबंधन में चुनावी जंग चल रही है.
ऐसे में वोट की गणित, जाति की कमेस्ट्री और विकास के फिजिक्स के बीच बातचीत में शालीन, पेशे से सुप्रीम कोर्ट में वकील रहे भूपेंद्र यादव बिहार में एनडीए को पूर्ण बहुमत मिलने के प्रति पूरी तरह आश्वस्त दिखे. उनसे बातचीत की प्रभात खबर राज्य ब्यूरो प्रमुख मिथिलेश ने.
बिहार में विकास की गाड़ी चल रही है. पिछले पंद्रह सालों में विकास के जो भी काम हुए हैं, उसको आधार मान कर एनडीए चुनाव मैदान में है. सभी क्षेत्रों में विकास हुआ है. कृषि के क्षेत्र में विकास दर हो या अन्य क्षेत्रों में बुनियादी कार्य, सभी में बिहार निरंतर प्रगति कर रहा है. केंद्र और राज्य की सरकार के कामकाज को जनता ने हाथों हाथ लिया है. बिहार में विकास दर बढ़ी है. सारे विकास कार्यों के आधार पर इसकी निरंतरता के लिए जनता से वोट मांग रहे हैं.
इसे केवल बयान मात्र के रूप में देखा जाना चाहिए. इसमें कोई गंभीरता नहीं है. उनके इस बयान को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए. खुद भी वो कितने गंभीर हैं, इस विषय पर, यह मुझे नहीं लगता. जब भी उनकी सरकार रही थी, बेरोजगारी दूर करने को लेकर वह गंभीर नहीं थी. उस सरकार की न तो कोई प्रतिष्ठा रही है और न ही ऐसा कोई विजन रहा. जटिल या गंभीर प्रशासनिक अनुभव के अभाव कारण तेजस्वी यादव ऐसा कह रहे हैं.
हमने 19 लाख रोजगार के अवसर पैदा करने की बात कही है. आज बिहार में विकास की नयी तस्वीर बन रही है. बजट के बाद कृषि उद्योग इनवेस्ट पाॅलिसी और एक हजार नये किसान उत्पाद संघों एफपीओ को जोड़ कर राज्य के विशेष फसल उत्पादों से जुड़े प्रोसेसिंग यूनिट लगाये जायेंगे. इससे आपूर्ति चेन विकसित होगी. एक एफपीओ से एक हजार लोगों को राेजगार का अवसर मिलेगा. इससे दस लाख लोगों को रोजी- रोटी का अवसर मिलेगा.
इसी प्रकार राज्य में सभी जिलों में मेडिकल काॅलेज खोले जा रहे हैं. सभी मेडिकल काॅलेजों में डाॅक्टर, नर्स , पारा मेडिकल व काॅलेजकर्मियों की बहाली होगी. तीन लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी. मछलीपालन और डेयरी उद्योग में कई तरह के रोजगार के अवसर मिलेंगे. कुल मिला कर 19 लाख नौकरियां हमारी सरकार मुहैया करायेगी.
दो तिहाई बहुमत से एनडीए की सरकार बनेगी. कोई हंग असेंबली जैसी सीन नहीं होगी. जनता समझदार है. एनडीए को बहुमत मिलेगा, नीतीश कुमार की लीडरशिप में सरकार बनेगी. इसमें कहीं से कोई शक नहीं रहना चाहिए. कोई कुछ भी दावा करे, हम पूर्ण बहुमत के साथ चुनाव जीत रहे हैं.
जिस तरह एनडीए के दो बड़े दल भाजपा और जदयू में सीटों की हिस्सेदारी बराबर की है, इसी तरह सरकार में भी हिस्सेदारी बराबर की ही होगी?
हम मिल कर सरकार बनायेंगे. सभी दलों की हिस्सेदारी होगी. कहीं से कोई समन्वय में न अभी दिक्कत है और न बहुमत मिलने के बाद होगी. सभी चारों दल सरकार में शामिल होंगे. हमारा परिपक्व गठबंधन है.
कोरोना के केस राज्य में बढ़ रहे हैं. प्रधानमंत्री ने भी चिंता जतायी है और जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं बरते जाने की अपील की है?
हम बिहार के सभी लोगों को जिन्हें कोरोना का वैक्सीन चाहिए , मुफ्त उपलब्ध करायेंगे. अभी वैक्सीन ट्रायल के स्टेज में है. बिहार की जनता के प्रति भाजपा पूरी तरह संवेदनशील है. केंद्र सरकार कोरोना से लड़ने के लिए वैक्सीन का निर्माण करवा रही है. जैसे ही कोरोना का टीका बन जायेगा, हम सभी नागरिकों को नि:शुल्क उपलब्ध करायेंगे.
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एक-दो सभाओं की भीड़ को देख कर कोई आकलन नहीं किया जाना चाहिए. जहां तक मैं समझता हूं, इसे गंभीरता से भी नहीं लिये जाने की जरूरत है.
एनडीए ने सामाजिक समीकरण का पूरी तरह ख्याल रखा है. सबों को भागीदारी दी गयी है. कोई नाराज नहीं है, किसी को छोड़ा नहीं गया है. यह हमारा सामाजिक आधार है. हम इसमें पूरी तरह खरे उतरे हैं. एनडीए में जीतन राम मांझी आये, मुकेश सहनी आये. उपेंद्र कुशवाहा ने महागठबंधन का साथ छोड़ा. कुल मिलाकर हमारा गठबंधन पूरी तरह मजबूत और दमदार है महागठबंधन के मुकाबले. राजद का साथ झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी छोड़ा.
राजद और कांग्रेस के लिए इससे बड़ी दुर्भाग्य की बात और क्या होगी कि उसेे भाकपा- माले जैसी पार्टियां जो वर्ग संघर्ष की बात करती हैं, के साथ समझौता करना पड़ा है. मैं सवाल पूछना चाहता हूं राजद और कांग्रेस से, वे सत्ता के लिए वाम उग्रवाद से संबंध रखने वालों से समझौता कर वर्ग संघर्ष की जमीन क्यों तैयार कर रहे हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और खुद आपने भी लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान को लेकर अपना रुख साफ कर दिया है. इसके बाद भी चिराग चुप नहीं हैं ?
इस चुनाव में वे अपना रास्ता अलग कर चुके हैं. हमने भी साफ कर दिया है. मेरे यानी भाजपा के खिलाफ भी उन्होंने उम्मीदवार दिया है. इसलिए अब उनके बयानों की चिंता हम नहीं कर रहे और हमारे लिए यह मुद्दा भी नहीं है.
तेजस्वी यादव अपने परिवार की विरासत से इतना परहेज करते हैं, इसका जवाब तो उन्हें ही देना चाहिए. उन्होंने अपने परिवार के साथ ऐसा क्यों किया, यह उनकी पार्टी भी जवाब नहीं दे रही है.
बिहार के युवाओं के लिए हम खेल विश्वविद्यालय बनायेंगे. एनडीए की सरकार सभी जिले और अनुमंडलों में एक स्तरीय स्टेडियम का निर्माण करायेगी. युवाओं को अंग्रेजी भाषा में प्रवीण बनायेंगे. हम देखते हैं, अंग्रेजी के कारण 10 वीं और 11 वीं के बाद बिहार के बच्चे पीछे रह जाते हैं.
अब उनके कौशल विकास को लेकर योजनाएं बनायी जा रही हैं. विदेशों में शिक्षा पाने के लिए जाने वाले छात्रों के लिए डिजिटल काउंसिलिंग सेंटर की स्थापना होगी. पिछले पंद्रह सालों में एक करोड़ 20 लाख महिलाओं को स्वयं सहायता समूह से जाेड़ा गया है. इसमें एक करोड़ और महिलाओं को जोड़ा जायेगा.पीएम आवास योजना से दो करोड़ लोगों को लाभान्वित किया जायेगा. मीठे पानी के लिए 15 प्रोसेसिंग प्लांट लगाये जायेंगे.
Posted By : Sumit Kumar Verma