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बिहार के युवाओं की प्रतिभा का प्रभाव चारों ओर नजर आता है
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब मैं कहता हूं कि बिहार देश की प्रतिभा का पॉवर हाउस (ऊर्जा केंद्र) है, तो ये कोई अतिश्योक्ति नाम की चीज नहीं होनी चाहिए. बिहार के युवाओं की प्रतिभा का प्रभाव चारों ओर नजर आता है. उन्होंने कहा कि बिहार में बिजली की क्या स्थिति थी, ये जगजाहिर है. गांवों में 2-3 घंटे बिजली आ गई तो बहुत माना जाता था. शहरों में भी 8-10 घंटे से ज्यादा बिजली का सुख लोग नहीं भोग पाते थे. आज बिहार के गांवों में, शहरों में बिजली की उपलब्धता पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा दिखती है.
पेट्रोलियम प्रोजेक्ट का लोकार्पण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बिहार में पेट्रोलियम क्षेत्र की तीन प्रमुख परियोजनाओं का लोकार्पण किया. प्रधानमंत्री ने पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर पाइपलाइन का बांका तक विस्तार, बांका में एलपीजी बॉटलिंग प्लांट और चंपारण में एलपीजी प्लांट का लोकार्पण किया जो आने वाले भविष्य में राज्य के लिए लाभकारी साबित होगा. विपक्ष इसे बिहार चुनाव से जोड़कर देख रहा है.
बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा...
बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि जब नरेन्द्र मोदीजी प्रधानमंत्री बने, तब बिहार में एलपीजी पहुंच केवल साढ़े 23 प्रतिशत थी, आज यह बढ़कर 76.9 प्रतिशत हो गयी है, मतलब छः वर्षों में 53 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उज्जवल योजना से बिहार में करीब 84.91 लाख गैस कनेक्शन मिले हैं.
बिहार के दिग्गज नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन पर किया नमन
बिहार के दिग्गज नेता श्रीमान रघुवंश प्रसाद सिंह हमारे बीच नहीं रहे. मैं उनको नमन करता हूं. रघुवंश बाबू के जाने से बिहार और देश की राजनीति में शून्य पैदा हुआ : पीएम मोदी
पाइपलाइन बिछाने कुल 154 क्रॉसिंग को पाटा गया
दुगार्पुर-बांका सेक्शन में पाइपलाइन बिछाने में कई प्राकृतिक और मानव निर्मित बाधाओं को पार करने की आवश्यकता थी. बताया गया है कि इसके लिए कुल 154 क्रॉसिंग को पाटा गया और जिसमें 13 नदियां, पांच राष्ट्रीय राजमार्ग और तीन रेलवे क्रॉसिंग शामिल हैं
एलपीजी बॉटलिंग संयंत्र से बिहार की रसोई गैस की मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी
आईओसी के बांका के एलपीजी बॉटलिंग संयंत्र से बिहार की रसोई गैस की मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी. इस बॉटलिंग संयंत्र का निर्माण 131.75 करोड़ रुपये के निवेश से किया गया है. यह संयंत्र बिहार के भागलपुर, बांका, जमुई, अररिया, किशनगंज और कटिहार जिलों के अलावा झारखंड के गोड्डा, देवघर, दुमका, साहिबगंज तथा पाकुड़ जिलों की जरूरतों को भी पूरा करेगा.
बॉटलिंग संयंत्र का निर्माण 131.75 करोड़ रुपये के निवेश से किया गया
आईओसी के बांका के एलपीजी बॉटलिंग संयंत्र से बिहार की रसोई गैस की मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी. इस बॉटलिंग संयंत्र का निर्माण 131.75 करोड़ रुपये के निवेश से किया गया है.
यह सुविधा पारादीप आयात टर्मिनल तथा बरौनी रिफाइनरी से भी उपलब्ध होगी
14 इंच व्यास वाली यह पाइपलाइन पश्चिम बंगाल, झारखंड तथा बिहार से गुजरती है. अभी इस लाइन में एलपीजी को आईओसी की पारादीप और हल्दिया रिफाइनरी की पाइपलाइन में डाला जाता है. इस पूरी परियोजना के पूर्ण होने के बाद यह सुविधा पारादीप आयात टर्मिनल तथा बरौनी रिफाइनरी से भी उपलब्ध होगी.
2019 में पीएम ने किया था पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर पाइपलाइन विस्तार परियोजना का शिलान्यास
सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) द्वारा निर्मित 193 किलोमीटर की दुर्गापुर-बांका पाइपलाइन खंड पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर पाइपलाइन विस्तार परियोजना का हिस्सा है. प्रधानमंत्री ने 17 फरवरी, 2019 को इसका शिलान्यास किया था. दुर्गापुर-बांका खंड मौजूदा 679 किलोमीटर की पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर एलपीजी पाइपलाइन का बांका में नई एलपीजी बॉटलिंग संयंत्र तक विस्तार है।
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya