Bihar Election 2020, News Update: दानापुर विधानसभा क्षेत्र में इस बार चुनाव में स्थानीय मुद्दे गौण हो गये हैं. यहां पर प्रत्याशी विकास एवं अपराधमुक्त समाज बनाने के नाम पर मतदाताओं से वोट मांग रहे हैं. प्रत्याशियों द्वारा मतदाताओं को रिझाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है, लेकिन स्थानीय मुद्दों पर चर्चा नहीं करने से उनको मतदाताओं के गुस्से का सामना भी करना पड़ रहा है. बिहार विधानसभा चुनाव 2020 से जुड़ी हर खबर के लिये बने रहिये prabhatkhabar.com पर.
दानापुर विधानसभा क्षेत्र में इस बार 19 प्रत्याशी चुनाव मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे हैं. इनमें प्रमुख मुकाबला भाजपा की निर्वतमान विधायक आशा देवी और राजद विधान पार्षद रीतलाल राय के बीच है. नगर पर्षद के उपमुख्य पार्षद दीपक कुमार मेहता के रालोसपा के टिकट पर चुनाव मैदान में आने से मुकाबला रोचक बन गया है.
चुनाव में मतदाताओं की चुप्पी से प्रत्याशियों की बेचैनी बढ़ी हुई है. राजधानी से सटे दानापुर में जलजमाव सबसे बड़ी समस्या बन कर उभरी है. इसके साथ ही अतिक्रमण, सड़क, शुद्ध पेयजल, सड़क, नाला, महिला कॉलेज, खेल के मैदान, सेना द्वारा बंद किये गये आम रास्ते, अनुमंडलीय अस्पताल होने के बाद बेहतर चिकित्सक सेवा नहीं मिलना, दियारे की छह पंचायत के लिए पक्का पुल, अस्पताल, शिक्षा, सिंचाई के साधन, कटाव, कटाव से विस्थापित परिवारों को पुनर्वासित, सड़क, पेयजल, सिंचाई के साधन, सड़क व नाला समेत अन्य ज्वलंत मुद्दे हैं, परंतु सभी प्रत्याशी स्थानीय मुद्दों को भूलकर मतदाताओं से जाति व पार्टी के नाम पर वोट मांग रहे हैं.
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यहां से दो बार वर्ष 1995 में जनता दल से और वर्ष 2000 में राजद से विधायक रहे. 30 अप्रैल 2003 को भाजपा नेता सत्य नारायण सिन्हा उर्फ पंडित जी की हत्या के बाद उनकी पत्नी आशा देवी को भाजपा ने फरवरी 2005 में हुए चुनाव में प्रत्याशी बनाया. तब से अब तक वह जीत का चौका लगा चुकी हैं.
निवर्तमान भाजपा विधायक सह प्रत्याशी आशा देवी अपने कार्यकाल में विकास कार्यों का खाका बुन देती हैं. कहती हैं कि दियारा में बिजली एनडीए की सरकार ने पहुंचायी है और पक्का पुल बनायेगी. फिलहाल मनेर के शेरपुर से दिघवारा तक बनने वाला पुल का एप्रोच रोड पतलापुर में गिरेगा. शहरी क्षेत्र में जलजमाव से निजात को लेकर कई योजनाएं स्वीकृत हैं. 2021 में जलजमाव से मुक्ति मिल जायेगी.
राजद प्रत्याशी रीतलाल राय मतदाताओं से सिर्फ एक बार सेवा करने का मौका देने की बात कह रहे हैं. उनका मानना है कि वर्षों से क्षेत्र के लोगों के सुख-दुख में शामिल होते रहे हैं. उनका आशीर्वाद जरूर मिलेगा. नगर पर्षद के उपमुख्य पार्षद दीपक कुमार मेहता कहते हैं कि 15 साल से बिहार में एनडीए की सरकार व दानापुर में विधायक है, परंतु समस्या का निदान नहीं हुआ.
दानापुर विधानसभा क्षेत्र के कुल 3,51,950 मतदाता जीत-हार का फैसला करेंगे. इनमें 1,85,842 पुरुष, 1,66,099 महिला व 09 थर्ड जेंडर मतदाता हैं. 1365 सर्विस मतदाता भी हैं. इनके लिए कुल 515 बूथ बनाये गये हैं, जिनमें 190 सहायक मतदान केंद्र व 19 चलंत मतदान केंद्र हैं.
दियारा में 49 मतदान केंद्र, जबकि 18 सहायक मतदान केंद्र बनाया गया है. शहरी क्षेत्र में 219 मतदान केंद्र और 175 सहायक मतदान केंद्र बनाया गया है. ग्रामीण क्षेत्र में 106 मतदान केंद्र है और 15 सहायक मतदान केंद्र बनाया गया है.
Posted by Ashish Jha