सबसे ज्यादा दिव्यांग वोटर छपरा में, तो थर्ड जेंडर मांझी में
सारण के सभी 10 विधानसभा क्षेत्रों में दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 31 हजार 115 व थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 49 है. परंतु सबसे ज्यादा दिव्यांग मतदाता छपरा में 3939 है. जबकि सबसे कम 1609 दिव्यांग मतदाता तरैया में है.
छपरा (सदर) : सारण के सभी 10 विधानसभा क्षेत्रों में दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 31 हजार 115 व थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 49 है. परंतु सबसे ज्यादा दिव्यांग मतदाता छपरा में 3939 है. जबकि सबसे कम 1609 दिव्यांग मतदाता तरैया में है. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम की ओर से जारी सूचना के अनुसार एकमा में 3430, मांझी में 3055, बनियापुर में 3029, मढ़ौरा में 3097, गड़खा में 3642, अमनौर में 2561, परसा में 3388, सोनपुर में 34 सौ दिव्यांग मतदाता है.
जिला प्रशासन दिव्यांग मतदाताओं को जागरूक करने के लिए सभी विधानसभा क्षेत्रों के सभी प्रखंड मुख्यालयों में सुगमता एक्सप्रेस भेज कर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है. वहीं सभी बूथों पर विकलांगों व बुजुर्ग मतदाताओं के लिए रैन के अलावा व्हील चेयर की व्यवस्था की गयी, जिससे अधिक से अधिक दिव्यांग मतदाता मतदान कर सके. अब देखना है कि दिव्यांग मतदाताओं को बूथों पर लाकर मतदान कराने में जिला प्रशासन कितना सफल होता है.
थर्ड जेंडर मतदाता बनियापुर में एक भी नहीं : जिला निर्वाचन की ओर से जारी सूचना के अनुसार सबसे ज्यादा थर्ड जेंडर मतदाता जिले के पश्चिमी छोर पर अवस्थित मांझी विधानसभा क्षेत्र में 12 है. जबकि बनियापुर विधानसभा क्षेत्र में एक भी थर्ड जेंडर मतदाता नहीं है.
वहीं एकमा व तरैया विधानसभा क्षेत्र में सात-सात , मढ़ौरा व गड़खा में छह- छह, छपरा में चार, अमनौर में पांच, परसा व सोनपुर में एक-एक, मतदाता शामिल हैं. समाज से अपने को उपेक्षित समझने वाले थर्ड जेंडर मतदाता हालांकि अब कोरोना काल के समय जिस तरह से सामाजिक दायित्वों को निभाये है. वैसी स्थिति में चुनाव के दौरान भी अपनी संख्या के अनुसार बढ़-चढ़ कर मतदान की उम्मीद है.
posted by ashish jha