Bihar Election 2020: वामदल व राजद में सीट शेयरिंग को लेकर हुई मंथन, एक हफ्ते में हो जायेगी साझेदारी की घोषणा…
पटना: सीपीआइ और सीपीएम के नेताओं ने रविवार को राजद कार्यालय पहुंच कर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से मुलाकात की. मुलाकात में सीट साझेदारी को लेकर दो टूक चर्चा हुई. राजनीतिक जानकारों के मुताबिक वाम दलों के साथ सीट साझेदारी की स्थिति इसी हफ्ते साफ हो जायेगी.
पटना: सीपीआइ और सीपीएम के नेताओं ने रविवार को राजद कार्यालय पहुंच कर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से मुलाकात की. मुलाकात में सीट साझेदारी को लेकर दो टूक चर्चा हुई. राजनीतिक जानकारों के मुताबिक वाम दलों के साथ सीट साझेदारी की स्थिति इसी हफ्ते साफ हो जायेगी.
करीब दो घंटे राजद कार्यालय में सीटों को लेकर चली वार्ता
करीब दो घंटे राजद कार्यालय में सीटों को लेकर चली इस वार्ता में सीपीआइ के राज्य सचिव पूर्व विधायक रामनरेश पांडे और सीपीएम के राज्य सचिव पूर्व विधायक अवधेश कुमार शामिल हुए. राजद के वार्ताकार के रूप में प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, विधायक भोला यादव और राजद के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी शामिल हुए.वार्ता राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की अध्यक्षता में हुई.
वाम दलों के साथ यह अंतिम दौर की बातचीत
राजनीतिक जानकारों के मुताबिक वाम दलों के साथ यह अंतिम दौर की बातचीत थी. अनुमान लगाया जा रहा है संभवत: सोमवार को आयोजित की जाने वाली संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महागठबंधन के नेता एक साथ आ सकते हैं. दोनों सीपीएम नेताओं ने संवाददाताओं से कहा कि एक हफ्ते के अंदर सब कुछ साफ हो जायेगा. दूसरी ओर राजद के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि वार्ता संपन्न हो गयी है. सीपीआइ और सीपीएम राजद के साथ मिल कर महागठबंधन के घटक के रूप में चुनाव लड़ेंगे. जल्दी ही सारी चीजें सामने आ जायेंगी.
Also Read: चिराग पासवान ने लोजपा नेताओं को लिखी मार्मिक चिट्ठी, पिता के स्वास्थ्य को लेकर जतायी चिंता, कहा- ऐसे में उन्हें कैसे छोड़ दूं
राजद प्रवक्ता मृत्युुंजय तिवारी ने बताया…
उल्लेखनीय है कि वाम दलों के साथ राजद की वार्ता उस समय हुई है, जब माले ने सीट साझेदारी को लेकर राजद पर दबाव बनाया था.राजद प्रवक्ता मृत्युुंजय तिवारी ने बताया कि सोमवार को केंद्र की तरफ से मंजूर कराये गये कृषि बिलों पर महागठबंधन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की जायेगी. दरअसल महागठबंधन पारित किये गये कृषि बिलों को किसानों के खिलाफ मान रहा है.
Published by : Thakur Shaktilochan Shandilya