Bihar Election 2020: क्या भाई के लिए वोट मांगने पटना आएंगी सोनाक्षी सिन्हा? कांग्रेस ने इस हॉट सीट से बनाया है प्रत्याशी
Bihar Election 2020: बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार कई स्टार किड्स मैदान में उतर रहे हैं. पटना के सियासी गलियारे में लोग अब कयास लगा रहे हैं कि क्या सोनाक्षी सिन्हा चुनाव के लिए बिहार आएंगी. ऐसा इसलिए क्योंकि लोकसभा चुनाव में सपा के टिकट पर चुनाव लड़ी अपनी मां के लिए सोनाक्षी ने कई रैलियों में शिरकत की थी.
Bihar Election 2020, News Updates: बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार कई स्टार किड्स मैदान में उतर रहे हैं. पटना के सियासी गलियारे में लोग अब कयास लगा रहे हैं कि क्या सोनाक्षी सिन्हा चुनाव प्रचार के लिए बिहार आएंगी. ऐसा इसलिए क्योंकि लोकसभा चुनाव 2019 में सपा के टिकट पर चुनाव लड़ी अपनी मां के लिए सोनाक्षी ने कई रैलियों में शिरकत की थी.
तो लोग अब अंदाजा लगा रहे हैं कोरोना काल में हो रहे बिहार चुनाव में फिल्मी तड़का लगना तय है. अपने भाई लव सिन्हा की सियासी पारी संवारने के लिए सोनाक्षी सिन्हा पटना में कांग्रेस के लिए प्रचार कर सकती है. हालांकि इस बारे में कोई आधिकारिक सूचना नहीं है. बता दें कि बांकीपुर सीट पर लड़ाई दिलचस्प हो गई है. नितिन नवीन तीन बार से यहां से विधायक चुने जाते रहे हैं. बिहार इलेक्शन 2020 लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
यह सीट भाजपा का गढ़ रही है. लव सिन्हा की अपनी कोई राजनीतिक पहचान नहीं है. वो पिता की सियासी विरासत को संभालने उतर रहे हैं. इसी सीट पर पुष्पम प्रिया चौधरी भी चुनाव लड़ रही हैं. पुष्पम जदयू के पूर्व नेता बिनोद कुमार चौधरी की बेटी हैं और खुद को भावी सीएम उम्मीदवार घोषित कर चुकी है. राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व सदस्य और भाजपा की नेता रहीं सुषमा साहू ने भी इसी सीट से निर्दलीय नामांकन भरा है.
Bankipur Seat: बांकीपुर सीट का क्या है समीकरण
शत्रुघ्न सिन्हा पटना से कई बार सांसद रहे हैं. पिछले ही साल लोकसभा चुनावों से पहले ही उन्होंने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया था. शत्रुघ्न सिन्हा अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री रह चुके हैं. गौरतलब बांकीपुर सीट कायस्थ बहुल इलाका है. लव सिन्हा भी कायस्थ हैं. इसी वजह से शत्रुघ्न सिन्हा ने बेटे की लॉन्चिंग यहां से कराई है.
2015 के चुनावों में नितिन नवीन ने कांग्रेस के आशीष कुमार को 39 हजार 767 वोटों से हराया था. चूंकि, इस बार लड़ाई त्रिकोणीय है, इसलिए कांग्रेस को यहां जीत की संभावना लगती है. पुष्पम प्रिया और सुषमा साहू दोनों ही कायस्थ नहीं हैं.
Posted by: Utpal kant