Bihar Election 2020 : बिहार की राजनीति में बढ़ रही है महिलाओं की भागीदारी, पर उनके हक के सवाल पर खामोश हैं पार्टियां

Bihar Election 2020 : राजनीति पार्टी अपने चुनावी एजेंडे में शामिल नहीं कर रही हैं महिलाओं की स्थिति बदलने की बात

By Prabhat Khabar News Desk | October 18, 2020 7:27 AM
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पटना . विधानसभा चुनाव के दौरान महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है. धीरे-धीरे ही सही मगर राजनीतिक पार्टियों ने महिलाओं को टिकट देना शुरू कर दिया है. इस बार राजद व कांग्रेस वाले गठबंधन और जदयू व भाजपा वाले गठबंधन ने मिला कर 61 महिलाओं को विधानसभा का टिकट दिया गया है. मगर, सामाजिक परिवर्तन के साथ महिलाओं की स्थिति बदलने की बात कोई भी राजनीति पार्टी अपने चुनावी एजेंडे में शामिल नहीं कर रही हैं.

नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के अनुसार बिहार में 15 से 49 वर्ष की केवल 12 प्रतिशत महिलाओं ने 12 या अधिक स्कूली शिक्षा पूरी की है. वहीं इसी वित्तीय वर्ष में 20 से 24 वर्ष की महिलाओं में 42़ 5 फीसदी महिलाओं की शादी 18 वर्ष से पहले कर दी गयी थी. अब लगभग पांच वर्ष बीतने के बाद आंकड़े में कुछ खास सुधार नहीं हुआ है.

जिला स्तर पर क्या है स्थिति

समय से पहले लड़कियों की शादी को लेकर जिला स्तर पर काफी खराब स्थिति है. एक एनजीओ को ओर से भेजे गये आंकड़ों के अनुसार अररिया जिले में 48.9 फीसदी, पूर्णिया में 39.0, भागलपुर में 29.7 फीसदी, खगड़िया में 50.4 फीसदी, किशनगंज में 25.4 फीसदी, कटिहार में 39.2 फीसदी, सहरसा में 42.7 फीसदी, सुपौल में 60.8 फीसदी, बांका में 49.4 फीसदी, लखीसराय में 48.7 फीसदी, जमुई में 60.2 फीसदी, मधेपुरा में 58.6 फीसदी, बेगूसराय में 57. 9 फीसदी, मुजफ्फरपुर में 36.5 और गया जिले में 54.4 फीसदी बच्चियों की शादी 18 वर्ष से पहले हो जाती है.

आंकड़े दे रहे गवाही

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो 2019 की रिपोर्ट वर्ष 2018 में बिहार राज्य के अप्राप्त गुमशुदा बच्चों की संख्या में 1201 लड़के, जबकि 3904 लड़कियां हैं. वर्ष 2019 में लापता बच्चों में 1364 लड़के और 5935 लड़कियां हैं. इस रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान मे लापता बच्चों की कुल संख्या 12404 है. इनमें 9839 लड़कियां हैं.

भूमिका विहार द्वारा कैंपेन व अगेंस्ट चाइल्ड ट्रैफिकिंग के संयुक्त प्रयास से बेटियों के मुद्दों को अपने विकास के एजेंडे में रखने के लिए बिहार राज्य के 15 जिले कटिहार, अररिया, किशनगंज, भागलपुर, सुपौल, सहरसा, मुंगेर, बेगूसराय, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, गया, दरभंगा, पूर्णिया, खगड़िया, बेतिया के विधानसभा के उम्मीदवारों से अपील करने और प्रेरित करने के लिए विशेष रूप से हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है.

Posted by Ashish Jha

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