Bihar Election 2020 : खूब हुआ है आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन, पिछले तीन चुनावों में जिले में दर्ज हुए हैं 89 मामले
कुछ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन, तो कुछ बूथों पर झड़प, कुछ गरीबों को मतदान से रोकने तो कुछ रुपयों से मतदाता को लुभाने आदि आरोपों के 89 मामले पिछले तीन चुनावों में हुए थे.
ओम प्रकाश गोंड, सासाराम : कुछ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन, तो कुछ बूथों पर झड़प, कुछ गरीबों को मतदान से रोकने तो कुछ रुपयों से मतदाता को लुभाने आदि आरोपों के 89 मामले पिछले तीन चुनावों में हुए थे. 2014 व 2019 के लोकसभा चुनाव व 2015 के विधानसभा चुनाव कुल तीन चुनावों में ये मामले दर्ज हुए थे, जिसमें से अबतक मात्र 14 मामले ही न्यायालय से निष्पादित हुए हैं, शेष 75 मामले विभिन्न कारणों से न्यायालय में लंबित हैं. इन 75 कांडों में से 39 कांड तो विभिन्न न्यायालयों में न्यायाधीशों के पद रिक्त रहने से लंबित हैं.
निर्वाचन कार्यालय से जारी आंकड़ों के अनुसार, लोकसभा चुनाव 2014 व 2019 व विधानसभा चुनाव 2015 में जिले भर में 89 निर्वाचन अपराध की प्राथमिकियां विभिन्न थानों में दर्ज हुई थी. इसमें अबतक किसी भी मामले में किसी को भी सजा नहीं हुई है, जबकि 14 कांड़ों में आरोपित की रिहाई हुई है.
शेष लंबित कांड 75 में से दो संज्ञान के अभाव में, तो तीन पुलिस द्वारा कागजात जमा नहीं करने, दो कांड आरोप गठन के अभाव में, 19 साक्ष्य के अभाव में व एक अंतिम प्रतिवेदन स्वीकृति के अभाव में लंबित हैं.
विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. जिले के सात विधानसभा क्षेत्रों के लिए अब तक दो लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है. अब जैसे-जैसे चुनाव का शोर बढ़ेगा, आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से इन्कार नहीं किया जा सकता. जब आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन होगा, तो निर्वाचन अपराध की प्राथमिकी की संख्या भी बढ़ेगी. इस समय पुलिस मुस्तैद है, देखना है इसबार के चुनाव में कितनी प्राथमिकियां दर्ज होती हैं.
posted by ashish jha