पटना: बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राजद से इस्तीफा दे चुके डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह ने अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने मनरेगा कानून में सरकारी और एससी-एसटी की जमीन में प्रबंध का विस्तार करते हुए उसमें आम किसानों की जमीन को भी काम से जोड़ने का आग्रह किया है. उन्होंने लिखा है कि इस आशय का अध्यादेश तुरंत लागू कर आने वाली चुनाव आचार संहिता से बचा जाये.
उन्होंने अपने पत्र में सीएम को बताया है कि इससे किसानों को मजदूर गारंटी और मजदूरों को सब्सिडी में आने वाली गड़बड़ी में कमी आयेगी. साथ ही सरकार पर पड़ने वाला बोझ भी कम होगा. उदाहरण के लिए मुखिया से मजदूर काम मांगता और किसान भी मुखिया से मजदूर मांगेंगे. किसानों की जमीन के रकबा के आधार पर मजदूरों की संख्या को लिमिट बना दी जाये. इससे किसानों और मजदूरों दोनों को फायदा होगा.
उन्होंने लिखा है कि वैशाली गणतंत्र की जननी है, विश्व का प्रथम गणतंत्र है, लेकिन इसके लिए सरकार ने कुछ नहीं किया है. इसलिए मेरा आग्रह है कि 15 अगस्त को मुख्यमंत्री पटना में और राज्यपाल वैशाली में ध्वज फहराने का निर्णय कर इतिहास की रचना करे. इसी प्रकार 26 जनवरी को राज्यपाल पटना में और मुख्यमंत्री वैशाली में ध्वजारोहण करें. उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि वह 26 जनवरी, 2021 से वैशाली में राष्ट्रध्वज फहराये जाने की शुरुआत करें. डॉ सिंह ने अपने पत्र में याद दिलाया कि अलग राज्य बनने से पहले 15 अगस्त को मुख्यमंत्री पटना में और राज्यपाल रांची में राष्ट्रध्वज फहराते थे. 26 जनवरी को पटना में राज्यपाल और मुख्यमंत्री रांची में राष्ट्रध्वज फहराते थे. उन्होंने पत्र में लिखा है कि इस आशय की सारी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं. फाइल मंत्रिमंडल सचिवालय में लंबित है.
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डाॅ सिंह ने सीएम से यह भी आग्रह किया है कि भगवान बुद्ध का पवित्र भिक्षा पात्र अफगानिस्तान के काबुल से वैशाली लाया जाये. उन्होंने बताया कि मैंने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान उस भिक्षा पात्र को कंधार से वैशाली लाने का सवाल उठाया था. इसके लिखित जवाब में तत्कालीन विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने बताया था कि उसे सुरक्षा कारणों से कंधार से हटाकर काबुल म्यूजियम में रखा गया है. साथ ही कहा था कि पुरातत्व सर्वेक्षण से इसके उद्गम का पता लगाकर उसे वैशाली जाया जायेगा.
डॉ रघुवंश प्रसाद सिंह ने समाजवादी विचारक और साहित्यकार रामबृक्ष बेनीपुरी के घर को सुरक्षा प्रदान करने के लिए मुजफ्फरपुर के करौंझा तटबंधों को मजबूत करने का आग्रह किया है. उन्होंने याद दिलाया कि बेनीपुरी के घर की सुरक्षा के लिए स्कीम भी नहीं बनाया जा सका है. साथ ही उन्होंने सड़क निर्माण के साथ और जरूरी निर्माण की भी मांग की है. उन्होंने सिंचाई मंत्री को पत्र लिखकर मुजफ्फरपुर और वैशाली में गंडक नहर पर पुल बनाने की मांग की है. मुजफ्फरपुर जिले के साहेबगंज व मोतीपुर और वैशाली में गंडक नहर में छोटे पुल का निर्माण जरूरी है. इसी प्रकार महनार की तमाम योजनाओं को पूरा करने का आग्रह किया. साथ ही उन्होंने याद दिलाया कि कई योजनाओं को मंजूरी दी गयी थी,लेकिन तत्कालीन सिंचाई मंत्री के समय हेराफेरी कर दी गयी.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya