Bihar election 2020 : 1957 के चुनाव में रामगढ़ के राजा ने उतारे थे हेलीकॉप्टर
आजादी के बाद का दूसरा विस का चुनाव 1957 में हुआ था. उन दिनों चुनाव प्रचार भी साइकिल, बैलगाड़ी से और पैदल हुआ करता था. जीप या गाड़ी तो किसी बिड़ले उम्मीदवारों के क्षेत्र में दिखायी पड़ती थी. उन दिनों झारखंड का इलाका भी बिहार का खास प्रदेश था.
आजादी के बाद का दूसरा विस का चुनाव 1957 में हुआ था. उन दिनों चुनाव प्रचार भी साइकिल, बैलगाड़ी से और पैदल हुआ करता था. जीप या गाड़ी तो किसी बिड़ले उम्मीदवारों के क्षेत्र में दिखायी पड़ती थी. उन दिनों झारखंड का इलाका भी बिहार का खास प्रदेश था.
हजारीबाग जिले के रामगढ़ के राजा कामाख्या नारायण सिंह प्रदेश की राजनीति में खूब सक्रिय थे. वे खुद भी चुनाव लड़ते थे. उनके छोटे भाई बसंत नारायण सिंह 1967 की राज्य सरकार में मंत्री भी रहे. 1957 के विस चुनाव में बिहार के ग्रामीण लोगों ने पहली बार चुनाव प्रचार में हेलीकाॅप्टर देखा था.
राजा रामगढ़ कामाख्या नारायण सिंह ने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के प्रचार के लिए दो हेलीकाॅप्टर रूस से मंगवाये थे. उनकी पार्टी का नाम स्वतंत्र पार्टी था. जब हेलीकाॅप्टर किसी इलाके में पहुंचता था, तो लोगों की भारी भीड़ जमा हो जाती थी. उस समय कांग्रेस के उम्मीदवार भी हेलीकाॅप्टर की जुगाड़ नहीं कर पाते थे.
इसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केबी सहाय के चुनाव प्रचार के लिए भी मध्यप्रदेश के धर्मजयगढ़ के राजा चंद्रचूड़ प्रसाद सिंह से दो सीटों वाला जहाज मंगवाया था. लेकिन, तकनीकी खराबी के कारण जहाज का उपयोग नहीं हो पाया. अब के चुनावों में हेलीकाॅप्टर की जुगाड़ कई छोटे दल भी करने लगे हैं.
1967 के लोकसभा चुनाव में बसंत नारायण सिंह हजारीबाग से सांसद निर्वाचित हुए थे. जानकारी के मुताबिक बाद में उन्होंने लोकसभा सीट से इस्तीफा देकर विधानसभा का चुनाव लड़ा, जीते और मंत्री भी बने.
posted by ashish jha