गया : कैमूर, औरंगाबाद, रोहतास, नवादा और गया के कुल 32 विधानसभा क्षेत्रों पर नजर डालें, तो इनमें सबसे अधिक 11 सीट राजद के कब्जे में है. नौ भाजपा के, 6 जदयू के, चार कांग्रेस के व एक- एक सीट पर हम और रालोसपा ने कब्जा जमा रखा है.
गौरतलब है कि 2015 का चुनाव राजद, जदयू वह कांग्रेस ने साथ मिलकर लड़ा था, जबकि एनडीए में भाजपा, रालोसपा साथ में चुनाव लड़ रही थी. इस प्रकार देखें, तो 32 विधानसभा क्षेत्रों में राजद के 11 जदयू के छह और कांग्रेस के चार सीटें मिलाकर कुल 21 सीटें उनके पास थीं.
लेकिन, जदयू और राजद में बीच में ही खटपट हो जाने की वजह से उनका गठबंधन टूट गया. राजद और कांग्रेस एक साथ रह गये जबकि जदयू, भाजपा के साथ मिलकर बिहार में फिर से सत्ता पर काबिज हो गयी.
अब जो कि 2020 का चुनाव माथे पर है और 2015 के परिदृश्य से कुछ अलग ही तस्वीर सामने है. इस बार जदयू, भाजपा, लोजपा व हम साथ में हैं. उधर राजद और कांग्रेस साथ में है, जबकि रालोसपा ने इन दोनों से नाता तोड़कर अब बसपा के साथ गठजोड़ कर लिया है.
ऐसी परिस्थिति में जनता को अपना फैसला सुनाने की बारी आ गयी है. अब देखना है गया, कैमूर, औरंगाबाद, नवादा व रोहतास जिले के 32 विधानसभा क्षेत्रों में जनता क्या फैसला सुनाती है.
posted by ashish jha