Bihar Election 2020: राजद के वोट प्रतिशत में निरंतर गिरावट तो भाजपा के मतदाता बढ़े, जानें जदयू व अन्य का हाल…

Bihar Election 2020 पटना: राज्य में विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक दलों में खिचड़ी पकने लगी है. हर दल का दावा है कि राज्य के मतदाता उनके पक्ष में गोलबंद है. उनके हिस्से में मतों की बड़ी संख्या इवीएम के माध्यम से निकलने वाली है. पिछले चार विधानसभा चुनावों के आंकड़े बताते हैं कि 2005 के बाद से मतदाताओं का रुझान पूरी तरह से एकतरफा नहीं रहा. पिछले विधानसभा चुनावों के आंकड़े यह दर्शाते हैं कि 1990 के दशक की धुरी रहनेवाली राजद को फरवरी 2005 के बाद मतदाताओं वह ताकत नहीं दी जो पहले दिया करती थी.

By Prabhat Khabar News Desk | August 29, 2020 7:55 AM

Bihar Election 2020 पटना: राज्य में विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक दलों में खिचड़ी पकने लगी है. हर दल का दावा है कि राज्य के मतदाता उनके पक्ष में गोलबंद है. उनके हिस्से में मतों की बड़ी संख्या इवीएम के माध्यम से निकलने वाली है. पिछले चार विधानसभा चुनावों के आंकड़े बताते हैं कि 2005 के बाद से मतदाताओं का रुझान पूरी तरह से एकतरफा नहीं रहा. पिछले विधानसभा चुनावों के आंकड़े यह दर्शाते हैं कि 1990 के दशक की धुरी रहनेवाली राजद को फरवरी 2005 के बाद मतदाताओं वह ताकत नहीं दी जो पहले दिया करती थी.

2015 के विधानसभा चुनाव आते-आते राजद के पास सिर्फ 18.35 प्रतिशत मतदाता

इसका नतीजा रहा कि फरवरी 2005 में 25.07 प्रतिशत मतदाताओं को पास रखनेवाली राजद के पास 2015 के विधानसभा चुनाव आते-आते सिर्फ 18.35 प्रतिशत मतदाता ही रह गये. हर विधानसभा चुनाव के बाद राजद के मतदाताओं की संख्या कम होती चली गयी. दीगर बात है कि इस दौरान उसे गठबंधन धर्म के तहत अपनी सीटों को भी निरंतर कम करना पड़ा. फरवरी 2005 में राजद ने जहां राज्य के 215 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे.

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भाजपा के मत प्रतिशत में निरंतर इजाफा

वहीं, वह महागठबंधन के तहत 2015 में सिर्फ 101 सीटों पर ही प्रत्याशी उतार पायी. इस दौरान जदयू के मतों में उतार-चढ़ाव होता रहा. भाजपा के मत प्रतिशत में निरंतर इजाफा हुआ है. कांग्रेस 2005 से लेकर 2015 तक अपने उसी मतदाताओं के सहारे जीतती-हारती रही है. इधर, लोजपा के मतों में भी निरंतर गिरावट होते रही है. 2005 में लोजपा 12.62 प्रतिशत मतों पर खड़ी थी वहीं 2015 के चुनाव आते-आते वह 4.83 प्रतिशत पर टिक गयी है.

भारतीय जनता पार्टी को प्राप्त मत

चुनाव – प्रत्याशी- जीते- मत प्रतिशत

फरवरी 2005- 103- 37- 10.97 प्रतिशत

अक्तूबर 2005- 102- 55- 15.65 प्रतिशत

अक्तूबर 2010- 102- 91- 16.49 प्रतिशत

अक्तूबर 2015- 157- 53- 24.42 प्रतिशत

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को प्राप्त मत

फरवरी 2005- 84- 10- 05 प्रतिशत

अक्तूबर 2005- 51- 09- 6.09 प्रतिशत

अक्तूबर 2010- 243- 04- 8.37 प्रतिशत

अक्तूबर 2015- 41- 27- 6.66 प्रतिशत

जनता दल (यू) को प्राप्त मत

फरवरी 2005- 138- 55- 14.55 प्रतिशत

अक्तूबर 2005- 139- 88- 20.46 प्रतिशत

अक्तूबर 2010- 141- 115- 22.58 प्रतिशत

अक्तूबर 2015- 101- 71- 16.83 प्रतिशत

राष्ट्रीय जनता दल को प्राप्त मत

फरवरी 2005- 215- 75- 25.07 प्रतिशत

अक्तूबर 2005- 175- 54- 23.45 प्रतिशत

अक्तूबर 2010- 168- 22- 18.84 प्रतिशत

अक्तूबर 2015- 101- 80- 18.35 प्रतिशत

लोक जनशक्ति पार्टी को प्राप्त मत

फरवरी 2005- 178 29- 12.62 प्रतिशत

अक्तूबर 2005- 203- 10- 11.10 प्रतिशत

अक्तूबर 2010- 75- 03- 6.74 प्रतिशत

अक्तूबर 2015- 42- 02- 4.83 प्रतिशत

( शशिभूषण कुंवर की रिपोर्ट)

Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya

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