बिहार चुनाव 2020 : और भी सख्त होगी तेजस्वी की सुरक्षा, जानें डीएम को आयोग ने क्या दिया आदेश
Bihar Assembly Election 2020: पहले चरण में किसी भी जगह री पोल की अनुशंसा नहीं
पटना. महागठबंधन में सीएम के चेहरा व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी की सुरक्षा और भी सख्त होगी. चुनाव आयोग ने इस संबंध में सभी जिलों के डीएम-एसपी को दिशा निर्देश दिया है. अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजय कुमार ने प्रेस काॅन्फ्रेंस में बताया कि राष्ट्रीय जनता दल ने अपने नेता तेजस्वी की सुरक्षा को लेकर चिंता प्रकट की थी.
इसी के मद्देनजर सभी डीएम, एसएसपी, एसपी को पत्र लिखा है. तेजस्वी की सुरक्षा बढ़ाने को कहा गया है. संजय कुमार ने बताया कि तीसरे चरण के चुनाव को लेकर शनिवार को चुनाव आयोग सभी केंद्रीय पर्यवेक्षकों के साथ आनलाइन बैठक करेंगे.
चार नवंबर को आय व्यय प्रेक्षकों के साथ बैठक की जायेगी. आयकर विभाग ने 29 अक्तूबर को पटना में गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर 2.28 करोड़ जब्त की. इसके पूर्व राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता सांसद मनोज झा ने कहा था कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की सुरक्षा में कोताही बरती जा रही है.
अंदेशा है कि ऐसा किसी के इशारे पर तो नहीं किया जा रहा. फिलहाल आधिकारिक तौर पर सूचना देने के बाद भी पुलिस व प्रशासन ने न केवल उनके मंच के पास सुरक्षा के अपर्याप्त इंतजाम रखे हैं.
बल्कि, हेलीपैड पर उनकी सुरक्षा की अनदेखी की जा रही है. राजद के प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव की सुरक्षा के संदर्भ में निर्वाचन आयोग को और स्थानीय प्रशासन दोनों को अवगत करा दिया गया है.
इस दौरान कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि हमारे विरोध में लड़ रहा एनडीए के पास विकास का कोई ब्लू प्रिंट नहीं है. उन्होंने अपील की कि मुंगेर गोलीकांड वाले मामले में पूरे प्रदेश के लोगों को शांति बनायी रखनी चाहिए.
दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होना चाहिए. एनडीए के नेता निजी हमले कर रहे हैं. हमारा फोकस केवल मुद्दा आधारित राजनीति पर है.
पहले चरण में किसी भी जगह री पोल की अनुशंसा नहीं
पटना. विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 71 सीटों के किसी भी मतदान केंद्र पर पुनर्मतदान नहीं होगा. निर्वाची प्रेक्षक, पदाधिकारी और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बिहार ने भारत निर्वाचन आयोग को आल इज वेल की रिपोर्ट भेज दी है.
आयोग के निर्देशों के अनुसार सामान्य प्रेक्षकों ने उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों की उपस्थिति में पहले चरण के मतदान के बाद समीक्षा की. पर्यवेक्षकों ने अभिलेखों और उम्मीदवारों द्वारा दी गयी जानकारी के आधार पर यह तथ्य निकाला है कि 31,371 मतदान केंद्रों पर मतदान शांतिपूर्ण और निष्पक्षता के साथ संपन्न हुआ.
इसी आधार पर आयोग को रिपोर्ट भेज दी है कि किसी भी मतदान केेंद्र पर दोबारा चुनाव कराने की आवश्यकता नहीं है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी बिहार ने भी रिटर्निंग अधिकारियों और जिला निर्वाचन अधिकारियों के इनपुट के आधार पर अपनी रिपोर्ट भेज दी है.
Posted by Ashish Jha