मुजफ्फरपुर : वर्दी वालों में विधायक बनने का क्रेज बढ़ रहा है. इस बार मुजफ्फरपुर जिले के अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों से कई ऐसे लोग चुनाव मैदान में उतरेंगे, जो पुलिस महकमे में नौकरी कर चुके हैं. कुछ तो अभी नौकरी में हैं और वीआरएस लेने की तैयारी में हैं. उनमें एक रिटायर्ड डीआइजी और एक रिटायर्ड डीएसपी के अलावा दो इंस्पेक्टर भी हैं, जो वीआरएस लेने वाले हैं.
मुजफ्फरपुर के चंदवारा निवासी व झारखंड कैडर में डीआइजी रहे नागेंद्र चौधरी वीआरएस लेकर सकरा ( सुरक्षित ) विधानसभा क्षेत्र से चुनाव की तैयारी में जुटे हुए हैं. उनके पिता शिवनाथ चौधरी भी जिला परिवहन पदाधिकारी के पद से रिटायर होने के बाद दो बार जदयू के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़े थे. नागेंद्र चौधरी बताते हैं कि जनसेवा के भाव से ही वे चुनाव लड़ने के लिए 2018 में वीआरएस लेकर सकरा क्षेत्र में जनता के बीच रह रहे हैं. वीआरएस लेने के बाद उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की. श्री चौधरी की मानें तो वे भाजपा के टिकट पर ही चुनाव लड़ेंगे.
मुजफ्फरपुर स्पेशल ब्रांच में पदस्थापित इंस्पेक्टर विनय कुमार सिंह मीनापुर विस क्षेत्र से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. नक्सली गतिविधियों पर नजर रखने व बड़ी संख्या में नक्सलियों को आत्मसमर्पण कराने को लेकर विनय को एसएसपी व डीजी के द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है. वह मीनापुर विस क्षेत्र में कई मेडिकल व पशु चिकित्सा कैंप भी लगा चुके हैं. कोरोना काल में गरीबों के बीच राहत व मास्क का वितरण भी लगातार करवा रहे हैं. विनय सिंह बताते हैं कि मीनापुर विस से वे चुनाव इस बार निश्चित लड़ेंगे. यदि किसी बड़े दल की ओर से उम्मीदवार बनाया गया, तो ठीक है नहीं तो निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ही चुनाव लड़ेंगे. चुनाव का समय नजदीक आते ही नौकरी से वीआरएस या इस्तीफा देकर जैसे भी हो चुनाव लड़ेंगे.
इसी तरह औराई विस क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए औराई थाने में कुछ समय पहले तक थानाध्यक्ष रहे इंस्पेक्टर रवींद्र यादव भी क्षेत्र में अपनी पैठ बनाने में जोरदार तरीके से लगे हुए हैं. वैसे रवींद्र यादव मोतिहारी जिले के रहने वाले हैं उन्हें पूर्ण भरोसा है कि उन्हें एनडीए गठबंधन से टिकट मिलेगा.
posted by ashish jha