पटना: राष्ट्रीय जनता दल के पास औपचारिक रूप से दर्ज किये गये 11 हजार से अधिक बायोडाटा की स्क्रूटनी शुरू हो गयी है. स्क्रूटनी कर रही टीम से अपेक्षा की गयी है कि अधिकतम तीन उम्मीदवारों के नाम राज्य संसदीय बोर्ड के सामने प्रस्तुत करे. इसके बाद राज्य संसदीय बोर्ड इनमें से कोई एक नाम केंद्रीय संसदीय बोर्ड के सामने प्रस्तुत करेगा. राजद की रणनीति है कि उम्मीदवार चयन की समूची औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएं, ताकि जैसे ही आचार संहिता की अधिसूचना जारी हो, सूची जारी कर चुनाव अभियान शुरू किया जाये.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक उम्मीदवारी का दावा ठोक रहे 11 हजार में से अधिकतम 750 बायोडाटा ही सिलेक्ट किये जायेंगे. राज्य संसदीय बोर्ड की मीटिंग बुलाने के लिए तारीख अभी तय की जानी है. सितंबर के अंतिम दिनों में यह बैठक बुलायी जायेगी. जानकारों के मुताबिक पार्टी निजी एजेंसी की सर्वे रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. यह रिपोर्ट ही बतायेगी कि किस विधानसभा क्षेत्र में राजद को किस तरह का प्रत्याशी उतारना चाहिए. साथ ही राजद की अंदरूनी टीम की रिपोर्ट भी इसी हफ्ते आ जायेगी. इसके बाद ही प्राथमिकता वाले उम्मीदवारों की सूची राज्य संसदीय बोर्ड में पहुंचेगी.
राजद सूत्रों के मुताबिक पिछले तीन हफ्ते से जिस तरह दस सर्कुलर रोड पर तेजस्वी यादव से मिलने के लिए रात दस बजे के बाद तक मिलने वालों की कतार लगी रहती है,वहां बहुत से लोग विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से सिर्फ इसलिए पहुंच रहे हैं कि उन्हें वर्तमान विधायक पसंद नहीं हैं. शिकायतकर्ता अपने लिए टिकट की मांग भी नहीं कर रहे हैं. पार्टी ऐसे विरोध पर प्रतिक्रिया बेशक न दे रही हो, लेकिन उनके विरोध को दर्ज कर रही है.
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यूं तो सौ से अधिक विधायकों के खिलाफ शिकायतें हैं, लेकिन चालीस विधायक ऐसे हैं, जिनके विरोध में कई तरह के लोगों ने शिकायतें दर्ज करायी हैं. राजद आलाकमान को विधायकों के खिलाफ शिकायतों के रिकाॅर्ड तक पहुंचाये जा रहे हैं. फिलहाल पार्टी इन शिकायतों को लेकर गंभीर है. शिकायतों की जांच की जा रही है.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya