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Bihar election 2020 : एनडीए से अलग होगी पासवान की पार्टी लोजपा ? सीटों को लेकर फंस रहा पेंच, महागंठबंधन में भी मची खलबली

पटना : विधानसभा चुनाव की घोषणा के पहले एनडीए और महागठबंधन के घटक दलों के बीच गुरुवार को तल्खी दिखी. महागठबंधन से नाराज रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने पटना में राजद के सीएम चेहरा तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए कहा कि उनकी लीडरशिप में बिहार में परिवर्तन संभव नहीं है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 25, 2020 6:42 AM
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पटना : विधानसभा चुनाव की घोषणा के पहले एनडीए और महागठबंधन के घटक दलों के बीच गुरुवार को तल्खी दिखी. महागठबंधन से नाराज रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने पटना में राजद के सीएम चेहरा तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए कहा कि उनकी लीडरशिप में बिहार में परिवर्तन संभव नहीं है. रालोसपा पदाधिकारियों की बैठक में उपेंद्र कुशवाहा को सीएम का चेहरा बताते हुए महागठबंधन से उन्हें इस रूप में स्वीकार करने की शर्त रखी गयी. पार्टी ने उपेंद्र कुशवाहा को किसी भी निर्णय के लिए अधिकृत किया है. जल्द ही वह इस संबंध में फैसला लेंगे.

दूसरी ओर नयी दिल्ली में लोजपा के तेवर कड़े दिखे. लोजपा ने 36 से कम सीटों पर किसी भी हाल में समझौता नहीं करने का मन बना लिया है. लोजपा के नेताओं ने चिराग को सीएम चेहरा बता कर एनडीए से अलग होने का सीधा संकेत दिया है. यह माना जा रहा है कि जल्द ही चिराग पासवान एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ने की घोषणा करेंगे. इधर, पटना में जदयू कार्यालय में कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद लौटते हुए जब संवाददाताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लोजपा नेता रामविलास पासवान के स्वास्थ्य के बारे में जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि इस बारे में उन्हें कोई अधिक जानकारी नहीं है.

इसके पहले पार्टी की बैठक में उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि राजद अब भी नेतृत्व बदले तो वह महागठबंधन के साथ खड़े होंगे. इस बैठक में यह प्रस्ताव भी पास किया गया कि रालोसपा महागठबंधन में उसी सूरत में रहेगी जब सीएम का चेहरा उपेंद्र कुशवाहा होंगे. साथ ही राजद के एकतरफा फैसलों की निंदा की गयी. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि महागठबंधन में पार्टी को सम्मान नहीं मिल रहा है. हमने बहुत कोशिश की, पर सम्मानजनक तरीके से सीट शेयरिंग नहीं हो रही है.

राजद नेतृत्व का व्यवहार एकतरफा फैसले लेने का रहा है. सवाल सीट का नहीं बिहार का है. कांग्रेस, वीआइपी, वामदल आदि के नाम लिये बिना उन्होंने कहा कि विभिन्न घटक दलों के बीच नेतृत्व के नाम पर भी मतभिन्नता है. ऐसे में अब वक्त आ गया है कि हम फैसला लें. पत्रकारों के कई सवालों को टालते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी ने मुझे निर्णय लेने के लिये अधिकृत किया है. उचित समय पर प्रदेश और कार्यकर्ताओं के हित के लिये निर्णय लूंगा.

posted by ashish jha

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