कोरोना काल में देश में हो रहे पहले विधानसभा चुनाव में 54.01 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले. बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में बुधवार को पटना जिले के पांच विधानसभा क्षेत्रों के साथ ही 16 जिलों की 71 सीटों पर मतदान आम तौर पर शांतिपूर्ण रहा. कुछ एक जगहों पर इवीएम की शुरुआती गड़बड़ी और अन्य समस्याओं के कारण मतदान शुरू होने में देरी हुई, जिसे बाद में ठीक कर लिया गया.
मतदान शुरू होने से पहले औरंगाबाद के बालूगंज में दो आइइडी बम बरामद किये गये. सीआरपीएफ के सर्च अभियान के दौरान मिले इन बमों को डिफ्यूज कर दिया. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवासन ने कहा कि लगभग सभी जगहों पर शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हुआ है.
पूर्व निर्धारित समय के अनुसार नक्सलग्रस्त 35 विधानसभा क्षेत्रों के वोटरों को एक से तीन घंटे तक कम समय मिला. नक्सलग्रस्त क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किये गये थे. चुनाव आयोग के निर्देश पर वहां हेलिकाॅप्टर से निगरानी की जा रही थी.
कोविड-19 को लेकर विशेष सतर्कता बरती गयी थी. सभी बूथों पर चुनाव गतिविधि में शामिल प्रत्येक व्यक्ति को मास्क पहनना अनिवार्य किया गया था. वोटिंग करने वाले को मास्क लगाने की सलाह दी जा रही थी. थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही बूथ तक जाने की अनुमति थी. सभी बूथों पर पर्याप्त मात्रा में सैनिटाइजर उपलब्ध कराया गया था. हालांकि, वोटिंग शुरू होने के कुछ देर बाद ही कोविड-19 की गाइडलाइन के उल्लंघन के मामले सामने आने लगे. कई जगहों बूथ के बाहर लोगों ने बूथों से मिले दस्तानों को फेंकना शुरू कर दिया.
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मतदान शुरू होने के साथ कई बूथों से इवीएम खराब होने की सूचना आने लगी. भभुआ विधानसभा के बूथ संख्या 142, अरवल के बूथ संख्या 212, शेखपुरा के बूथ संख्या 64, बरबीघा के बूथ संख्या 72, सासाराम में बूथ संख्या 135ए और अमरपुर में इवीएम खराबी की सूचना आयी. लखीसराय में बूथ संख्या 168 और चकाई के बटिया स्थित डाक बंगला में बूथ संख्या 147 पर भी इवीएम में खराबी की सूचना मिली. कैमूर में इवीएम को ठीक किया गया. मुंगेर के कई बूथों पर भी इवीएम को लेकर समस्या आयी. इसके अलावा अन्य जगहों से इवीएम खराब होने की सूचना मिलने पर निर्वाचन विभाग के कार्यालय में बने कंट्रोल रूम के निर्देश पर ठीक किया गया.
पहले चरण के चुनाव में निर्वाचन विभाग के कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाया गया था. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवासन यहां बैठ कर सभी जगहों के मतदान की मॉनीटरिंग कर रहे थे. कंट्रोल रूप में सीइओ के साथ एडीजी मुख्यालय जीतेंद्र कुमार, अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजय कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारियों की टीम थी. प्रमंडल में पड़ने वाले जिलों को एक साथ रख कर कोषांग बनाये गये थे. इवीएम व वीवीपैट को बदलने की जानकारी व निर्देश के लिए अलग से कोषांग बना था. कंट्रोल रूम से ही कई जिलों के मॉडल बूथ से ऑनलाइन वेबकास्टिंग की जा रही थी. मतदान के लिए 31371 बूथ बनाये गये थे. सभी बूथों पर केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की गयी थी. 31371 सेट इवीएम (31371 कंट्रोल यूनिट, 41689 बैलेट यूनिट और 31371 वीवीपैट) का प्रबंध किया गया था.
नक्सलग्रस्त क्षेत्रों में वोटिंग के लिए अलग समय निर्धारित किया गया है. चैनपुर, कुटुंबा, नवीनगर और रफीगंज विधानसभा क्षेत्रों में तीन बजे तक मतदान हुआ. कटोरिया, बेलहर, तारापुर, मुंगेर, जमालपुर, सूर्यगढ़ा, मसौढ़ी, पालीगंज, चेनारी, सासाराम, काराकाट, गोह, ओबरा, औरंगाबाद,गुरुआ, शेरघाटी, इमामगंज, बाराचट्टी, बोधगया, टिकारी, रजौली, गोबिंदपुर, सिकंदरा, जमुई, झाझा व चकाई में चार बजे तक मतदान हुआ. वहीं, अरवल, कुर्था, जहानाबाद, घोसी और मखदुमपुर में शाम पांच बजे तक वोट पड़े.
जिला- सीट
गया 10
भोजपुर 07
रोहतास 07
औरंगाबाद 06
बांका 05
पटना 05
नवादा 05
बक्सर 04
कैमूर 04
जमुई 04
मुंगेर 03
जहानाबाद 03
भागलपुर 02
लखीसराय 02
शेखपुरा 02
अरवल 02
मतदान प्रतिशत
सुबह नौ बजे तक – 6.74%
सुबह 11 बजे तक – 18.48%
दोपहर एक बजे तक – 33.10%
दोपहर तीन बजे तक – 46.29%
शाम पांच बजे तक – 52.24%
शाम छह बजे तक-54.01%
Posted by: Thakur Shaktilochan