Bihar Chunav 2020 : बिहार चुनाव में पहले चरण का मतदान में अब कुछ ही दिन शेष रह गये हैं. सभी पार्टियों ने अपने उम्मीदवार के नामों की घोषणा कर दिया है. वहीं इस बार कई नेताओं ने टिकट नहीं मिलने पर पार्टी को छोड़ दिया, और दूसरी पार्टी या फिर निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया. पहले चरण में 71 सीटों में से 42 सीटों पर इन बागवती नेताओं के बीच टक्कर होगी.
बिहार चुनाव में सबसे बड़ा झटका भारतीय जनता पार्टी को लगा है. पहले चरण के 71 सीटों पर हो रहे चुनाव में अब तक भाजपा के आधा दर्जन से अधिक नेता पार्टी का दामन त्याग कर दूसरे दलों से चुनावी मैदान में कूद गए हैं. जमुई सीट से पूर्व कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह के बेटे अजय प्रताप भाजपा से टिकट नहीं मिलने से पार्टी से बगावत कर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) का दामन थाम लिया है. अजय प्रताप जमुई से भाजपा प्रत्याशी श्रेयसी सिंह के विरुद्ध चुनावी मैदान में टक्कर दे रहे हैं. अंतरार्ष्ट्रीय शूटर श्रेयसी सिंह पूर्व केन्द्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की बेटी है.
जमुई जिले की चकाई सीट से जनता दल यूनाइटेड (जदयू) से टिकट नहीं मिलने से नाराज सुमित कुमार सिंह निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में ताल ठोंक रहे हैं. जदयू ने वहां से संजय प्रसाद को पार्टी का उम्मीदवार बनाया है. वहीं डुमरांव में जदयू ने अंजुम आरा को टिकट दिया. डुमरांव से जदयू के पूर्व विधायक ददन यादव नाराज हो गए और निर्दलीय ही मैदान में उतर गए . वहीं राजद नेताश्रीधर मंडल पार्टी छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ेने का फैसला किया है.इसके साथ ही एलजेपी में बगावती के सुर देखे गए है.