Bihar Election 2020 : बिहार की आशा कार्यकर्ताओं के कंधों पर सुरक्षित चुनाव कराने की जिम्मेदारी, उन्हें सौंपा गया ये अहम काम
बिहार चुनाव २०२० में स्वास्थ्य विभाग की आशा कार्यकर्ता व सरकारी स्कूलों में खाना तैयार करने वाली रसोइया को बड़ी जिम्मेदारी दी गयी है. कोरोना संक्रमण से पोलिंग बूथ की संख्या पिछले चुनाव से अधिक रहेगी. यहां कर्मचारियों की संख्या भी बीते चुनाव से ज्यादा रहेगी. सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार सिंह ने बताया कि इस समय आशा कार्यकर्ताओं की ट्रेनिंग चल रही है. आशा कार्यकर्ता पोलिंग बूथ पर तैनात की जायेंगी. इन पर मतदाताओं के शरीर के तापमान को रिकॉर्ड करने की जिम्मेदारी होगी.
भागलपुर. बिहार चुनाव २०२० में स्वास्थ्य विभाग की आशा कार्यकर्ता व सरकारी स्कूलों में खाना तैयार करने वाली रसोइया को बड़ी जिम्मेदारी दी गयी है. कोरोना संक्रमण से पोलिंग बूथ की संख्या पिछले चुनाव से अधिक रहेगी. यहां कर्मचारियों की संख्या भी बीते चुनाव से ज्यादा रहेगी. सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार सिंह ने बताया कि इस समय आशा कार्यकर्ताओं की ट्रेनिंग चल रही है. आशा कार्यकर्ता पोलिंग बूथ पर तैनात की जायेंगी. इन पर मतदाताओं के शरीर के तापमान को रिकॉर्ड करने की जिम्मेदारी होगी.
थर्मल स्क्रीनिंग मशीन से तापमान को रिकाॅर्ड करेंगी आशा कार्यकर्ता
जिन मतदाताओं को बुखार होगा, उन्हें अंतिम में मतदान करने का मौका मिलेगा. चुनाव तक शरीर के तापमान को रिकाॅर्ड करने की थर्मल स्क्रीनिंग मशीन आशा कार्यकर्ताओं को मिलेगी. यह मशीन दो फीट की दूरी से थर्मल इंफ्रारेड किरण की सहायता से शरीर का तापमान को रिकॉर्ड कर लेता है.
पोलिंग पार्टी को सहयोग करेंगी रसोइया
जिला शिक्षा पदाधिकारी डॉ संजय कुमार ने बताया कि शिक्षक व कर्मचारी समेत स्कूल में मध्याह्न भोजन तैयार करने वाली रसोइया को चुनाव ड्यूटी में लगाया जायेगा. स्कूलों में मतदान कराने के लिए पहुंचने वाले पोलिंग पार्टी के खाने-पीने, चाय व नाश्ते की जिम्मेदारी रसोइया को सौंपा जायेगा. पोलिंग पार्टी के सहयोग में रसोइयों को तैयार रहना होगा.
दिव्यांग मतदाताओं के लिए व्हील चेयर रखे जायेंगे
उन्होंने कहा कि चुनाव संपन्न कराने में शिक्षा विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका होगी. फिलहाल स्कूलों में मतदान से पहले रैंप तैयार होंगे, दिव्यांग मतदाताओं के लिए व्हील चेयर रखे जायेंगे.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya