भागलपुर जिले के राजनीतिक गलियारे में सफलता की पगड़ी बांधे प्रत्याशी से लेकर हार की कसक झेल रहे उम्मीदवार तक बिहार चुनाव 2020 के जीत-हार के गणितीय विश्लेषण कर रहे हैं. समीकरण सुलझा रहे हैं. इसमें वर्ष 2015 में हुए विधानसभा चुनाव और अभी-अभी बीते विधानसभा निर्वाचन में उपस्थिति दर्ज करानेवाले प्रत्याशियों या राजनीतिक पार्टियों को मिले परिणामों को देखें, तो इस बार वोट ने करिश्माई नतीजे दिये हैं. किसी के वोट का ग्राफ काफी ऊपर पहुंच गया, तो किसी का लुढ़का हुआ दिखा. Bihar Election News से जुड़ी हर खबर के लिये बने रहिये Prabhat Khabar पर.
पिछले चुनाव में कहलगांव विधानसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी सदानंद सिंह 64981 वोट पाकर जीत हासिल की. इस बार उन्होंने अपनी जगह अपने पुत्र शुभानंद मुकेश को दी और शुभानंद ने कांग्रेस से ही लड़ा. शुभानंद अपने पिता से भी अधिक वोट 71603 प्राप्त किये, लेकिन हार गये. भाजपा प्रत्याशी पवन कुमार यादव उनसे काफी आगे निकल गये और जीत हासिल कर ली. पिछले चुनाव में स्वतंत्र प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ कर पवन कुमार यादव ने महज 26510 मत पाया था, लेकिन इस बार उन्होंने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ कर 114229 का रिकॉर्ड वोट हासिल करने में कामयाब हुए.
बिहपुर में पिछली बार राजद से पत्नी वर्षा रानी चुनावी मैदान में उतरी थीं और इस बार इस पार्टी से उनके पति शैलेश कुमार उतरे. पिछली बार वर्षा रानी 68963 वोट पाकर विधानसभा पहुंची थीं, लेकिन इस बार उनकी जगह पर आये उनके पति शैलेश कुमार अपेक्षाकृत कम वोट 66229 ला पाये. इनके मुकाबले में पिछले चुनाव में हार का सामना करनेवाले भाजपा प्रत्याशी कुमार शैलेंद्र को 56247 वोट से संतोष करना पड़ा था, लेकिन इस बार शैलेंद्र ने 72577 वोट पाकर शैलेश कुमार को शिकस्त देने में कामयाबी पायी.
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गोपालपुर के नरेंद्र कुमार नीरज को पिछली और अबकी बार मिले वोट के आंकड़े देखें, तो नीरज को पसंद करनेवाले मतदाताओं की संख्या में बढ़ोतरी नजर आयी. पिछले चुनाव में उन्हें 57403 वोट मिले थे और चुनाव जीते भी थे, इस बार उन्हें इससे काफी अधिक 75533 मत मिले हैं.
पीरपैंती विधानसभा में राजद प्रत्याशी रामविलास पासवान को पिछली बार के चुनाव में मतदाताओं ने 80058 वोट देकर विधानसभा भेजा था, लेकिन इस बार उनका यह ग्राफ गिर कर 64664 पर पहुंच गया. वहीं पिछले चुनाव में यहां से 74914 वोट पानेवाले बीजेपी प्रत्याशी ललन कुमार इस बार 90889 वोट पाकर जीत की पगड़ी पहनी.
भागलपुर विधानसभा पिछले और इस बार के चुनाव में तुलना करें, तो अपेक्षाकृत कम वोट पानेवाले चुनाव जीत गये और दोनों चुनाव की अपेक्षा अधिक वोट पानेवाले हार गये. यहां से पिछले चुनाव में 70514 वोट पाकर कांग्रेस प्रत्याशी अजीत शर्मा जीते थे और इस बार उन्हें इससे कम वोट 65033 ही आया और विधानसभा पहुंचे. इनके निकटवर्ती प्रतिद्वंदी पिछले चुनाव में भाजपा से अर्जित शाश्वत चौबे थे, जो 59856 वोट पाकर हारे थे. लेकिन इस बार भाजपा ने अर्जित की जगह रोहित पांडेय को टिकट दिया और अर्जित के मुकाबले अधिक वोट 64083 पाकर भी अजीत शर्मा से कम होने के कारण हार गये.
पिछले चुनाव में सुलतानगंज विधानसभा से 63345 वोट पाकर जदयू से सुबोध राय जीते थे, इस बार इसी पार्टी से दूसरे चेहरे ललित मंडल अधिक वोट 72620 पाये और चुनाव जीते. वहीं पिछली बार स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ कर 14073 वोट पानेवाले ललन कुमार इस बार कांग्रेस से लड़े और 61017 वोट पाकर भी हार गये.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya