Bihar Election Result 2020: बिहार चुनाव में मात्र एक सीट… चिराग पासवान का राजनीतिक करियर अब क्या होगा?
Bihar Election Result 2020: बिहार विधानसभा चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान को इस चुनाव से क्या मिला? ये एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब देना थोड़ा मुश्किल है. विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को सिर्फ एक सीट पर जीत मिली. लोजपा कुल 137 सीटों पर मैदान में डटी थी.
बिहार विधानसभा चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान को इस चुनाव से क्या मिला? ये एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब देना थोड़ा मुश्किल है. विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को सिर्फ एक सीट पर जीत मिली. लोजपा कुल 137 सीटों पर मैदान में डटी थी. ऐसा माना जा रहा है कि बिहार चुनाव में लोजपा भले ही शहीद हो गई, मगर पार्टी ने भाजपा की गठबंधन में बड़ा भाई बनने की मुराद पूरी कर दी.
लोजपा ने एक तरफ जहां एंटी इनकंबैंसी वोटों को विपक्षी महागठबंधन में जाने से रोका, वहीं 20 से अधिक सीटों पर जदयू को सीधा नुकसान पहुंचाया. हालांकि इस पूरे खेल में लोजपा को खुद अपने हाथ कुछ नहीं लगा. बुधवार सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चिराग ने कहा कि बिहार की जनता द्वारा दिए गए प्यार से खुश हूं. करीब 25 लाख मतदाताओं ने ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ पर भरोसा किया और अकेले चुनाव लड़ते हुए हमने 6 फीसदी वोट हासिल किए. हमें पिछलग्गू पार्टी कहा जाता था जो केवल दूसरे के समर्थन से कुछ कर सकती है. लेकिन हमने साहस दिखाया है.
इसके साथ ही उन्होंने 2025 चुनाव में और मजबूती के साथ उतरने का ऐलान भी कर दिया. अब सवाल ये है कि चिराग अब अपने दिवंगत पिता राम विलास पासवान की राजनीतिक पूंजी को आगे कैसे बढाएंगे. उनका आगे का प्लान क्या होगा. चिराग की राजनीति को क़रीब से देखने वाले कहते हैं कि उनकी भाषा में बिहारी महक, संवेदनशीलता और अपनापन नहीं है, वे दिल्ली मुंबई की राजनीति करने वाले किसी नेता जैसे सुनाई पड़ते हैं.
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या बिहार के समाज में वे अपने पिता की तरह मजबूत जगह बना पाएंगे. जिस तरह से उनकी पहली फिल्म फलॉप हुई थी वैसे ही पिता के जाने के बाद उनकी पहली परीक्षा (बिहार चुनाव) में करारी शिकस्त मिली. हालांकि इस हार से भी चिराग पासवान खुश हैं. वो अभी भी केंद्र में एनडीए के साथ हैं और दावा करते हैं कि पीएम मोदी उनके साथ हैं.
NDA को तो नहीं पर JDU को ‘डेंट’ हमारा लक्ष्य था
पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के बाद एएनआई से बात करते हुए चिराग पासवान ने नीतीश सरकार पर हमला बोला. कहा कि NDA को तो नहीं पर JDU को ‘डेंट’ करना जरूर हमारा लक्ष्य था और उस लक्ष्य पर मैंने मज़बूती से काम किया है. इसका नुकसान भाजपा को नहीं हो इस पर भी मैंने निरंतर काम किया.
जो हमारा लक्ष्य था कि भाजपा को ज्यादा सीटों पर जीत मिले और JDU को नुकसान हो वो हमने हासिल किया है. साथ ही कहा कि जो लोग आज की तारीख में सत्ता में है, भ्रष्टाचार कहां हुआ कितना हुआ उसको उजागर करने की जिम्मेदारी उनके ऊपर है… ये मैंने स्पष्ट किया हुआ है कि अगर नीतीश कुमार जी प्रदेश के मुख्यमंत्री बनते हैं तो उसका समर्थन LJP नहीं करेगी.
लोजपा संस्थापक के घर- परिवार तक के लोग हार गये
राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान जमुई से सांसद हैं. प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज समस्तीपुर से सांसद है. केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के हाल ही में निधन के कारण संवेदना की लहर की बात की जा रही थी. इसके बाद भी चिराग पासवान के बहनोई मृनाल पासवान उर्फ धनंजय राजापाकर सीट तीसरे नंबर पर रहे. उनको मात्र 24689 वोट मिले. कांग्रेस की प्रतिमा कुमारी 55299 वोट पाकर जीत गयीं. पारिवारिक सीट रोसड़ा से रामविलास पासवान के भतीजे एवं पूर्व सांसद (स्व.रामचंद्र पासवान) के पुत्र और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष प्रिंसराज के भाई किशन राज भी बुरी तरह हार गये. वह मात्र 22995 वोट लाये.
Posted By: Utpal kant