Bihar Election Result 2020, बिहार इलेक्शन रिजल्ट २०२०: बिहार विधानसभा के चुनाव में 66 उम्मीदवार ऐसे रहे, जो पहली बार चुनाव मैंदान में उतरे और जीत हासिल की. इनमें सबसे अधिक राजद के तीस विधायक हैं. भाजपा ने इस बार के चुनाव में करीब 25 फीसदी युवा और पुराने कार्यकर्ताओं को टिकट दिया था, जिसमें से 15 उम्मीदवार चुनाव जीतने में सफल रहे.
25 में 15 यानी 60 फीसदी उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है. जदयू के पांच नये उम्मीदवार चुनाव जीतने में सफल रहे. जबकि, भाकपा माले के आठ, हम के चार और कांग्रेस के तीन नये चेहरे जीत कर विधानसभा पहुंचे हैं.
भाजपा में कुछ ऐसे उम्मीदवारों ने भी अपनी नैया पार लगा ली है, जिन्हें दूसरी पार्टी से आने पर चुनाव मैदान में उतारा गया था. इनमें अमनौर के कृष्ण कुमार मंटू चुनाव के कुछ दिनों पहले ही जदयू से भाजपा में आये थे और पहली बार भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े. इसमें उन्हें जीत भी मिली. इसी तरह रक्सौल से जदयू के प्रमोद कुमार भी पहली बार चुनाव लड़े और जीत हासिल की.
वहीं, इस बार दो पूर्व सांसद भी पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे थे, उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इनमें सीवान से पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव और बोधगया से गया के पूर्व सांसद हरि मांझी शामिल हैं. अगर इन दोनों को पहली बार चुनाव लड़ने वालों की लिस्ट से हटाकर देखें, तो भाजपा के नये उम्मीदवारों की संख्या 23 है. इनमें से 15 ने जीत दर्ज की.
इनके अलावा भाजपा के एमएलसी और वर्तमान में पीएचइडी मंत्री विनोद नारायण झा ने बेनीपट्टी से चुनाव लड़ा और जीत भी गये. यानी आने वाले समय में भाजपा कोटे से एमएलसी का एक और पद खाली हो जायेगा.
पातेपुर से लखेंद्र पासवान, रोसड़ा से वीरेंद्र पासवान, कहलगांव से पवन कुमार यादव, बड़हरा से राघवेंद्र प्रताप सिंह, जमुई से श्रेयसी सिंह, चनपटिया से उमाकांत सिंह, गोविंदगंज से सुनील मणी त्रिपाठी, सीतामढ़ी से डॉ मिथिलेश कुमार, लालगंज से संजय कुमार सिंह, बेगूसराय से कुंदन सिंह, बगहा से राम सिंह, रक्सौल से प्रमोद सिन्हा, नरपतगंज से जयप्रकाश यादव, प्राणपुर से निशा सिंह (पिछड़ा एवं अति-पिछड़ा कल्याण विभाग के मंत्री स्व. बिनोद कुमार सिंह की पत्नी) और केवटी से मुरारी मोहन झा. तरारी से कौशल कुमार सिंह, विक्रम से अतुल कुमार, भागलपुर से रोहित पांडेय, मनेर से निखिल आनंद, उजियारपुर से शील कुमार राय, जोकिहाट से रंजीत यादव, अरवल से दीपक कुमार शर्मा और बक्सर से परशुराम चतुर्वेदी
Posted By: Utpal kant