Congress Performance In Bihar Election 2020, Tejashwi Yadav, Mahagathbandhan, NDA, BJP News, बिहार इलेक्शन रिजल्ट २०२०: महागठबंधन के हार के पीछे कांग्रेस को बड़ा कारण बताया जा रहा है. दरअसल, कांग्रेस के फिसड्डी परफॉर्मेंस की बड़ी वजह चुनाव प्रचार में ढिलाई बताई जा रही है, न तो पार्टी ने मोदी के बराबरी का कोई बड़ा नेतृत्व, प्रचार के लिए उतारा और न ही प्रचार के दौरान कांग्रेस ज्यादा जोश में दिखी.
वहीं, तेजस्वी और महागठबंधन के अन्य घटक दलों में शामिल भाकपा माले ने अपनी क्षमता के अनुसार जम कर रोड शो व रैलियां की. उसका नतीजा भी सामने है. 29 सीटों पर मैदान में उतरी भाकपा माले ने बेहतर प्रदर्शन किया. जबकि, 70 सीटों पर उतरने वाले कांग्रेस को महज 19 सीटें मिली. यदि कांग्रेस ने थोड़ा और जोड़ लगाया होता तो शायद बिहार चुनाव के परिणाम कुछ और होते.
बात करें तेजस्वी की तो वे सबसे ज्यादा सभाएं करने वाले नेता बने. उन्होंने एक दिन में सबसे अधिक 19 सभाएं की. साथ ही साथ रोड शो से भी पार्टी के लिए और पूरे महागठबंधन के लिए प्रचार करते नजर आए. उन्होंने कुल 247 जनसभा विभिन्न जिलों में किए. वे हर दिन करीब 10 से 12 सभाएं का टारगेट लेकर चल रहे थे.
जबकि राहुल गांधी ने पूरे बिहार चुनाव में मात्र 8 सभाएं की. वहीं, कांग्रेस के ओर से न तो सोनिया गांधी और न ही प्रियंका गांधी मैदान में दिखीं. बड़े स्टार प्रचारकों में कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ही 20 से अधिक रैलियां की और कुछ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व अन्य प्रचारकों ने किया.
माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने अकेले 52 सभाएं व 8 से अधिक रोड शो किये. उनके पार्टी की ओर से कविता कृष्णन ने 20, मोहम्मद सलीम ने 25, राजाराम सिंह ने 17, झारखंड के विधायक विनोद सिंह ने 8 व स्वदेश भट्टाचार्या ने 12 सभाओं को संबोधित किया. वहीं, भाकपा नेता कन्हैया कुमार ने 40 सभाएं और छह रोड शो किये. पार्टी की ओर से सीताराम येचुरी व वृंदा करात समेत अन्य नेताओं ने मिलकर 55 सभाएं की.
इधर, महागठबंधन के जवाब में जदयू के सीएम उम्मीदवार नीतीश कुमार ने 160 से अधिक सभाएं की. कई जगहों पर व पीएम मोदी के साथ मंच शेयर करते दिखे. हालांकि, जदयू का परफार्मेंश भी सही नहीं रहा. पार्टी को 43 सीटों पर सीमटना पड़ा, लेकिन अच्छी बात यह रही की भाजपा ने उनका नैया पार लगा दिया.
आपको बता दें कि पूरे चुनाव में भाजपा ने अपने स्टार प्रचारकों की फौज उतार दी थी. जहां एक तरफ कांग्रेस की सोनिया गांधी तबीयत खराब का हवाला देकर चुनाव का हिस्सा नहीं बनी तो वहीं, पीएम मोदी ने ताबड़तोड़ 12 जनसभा को संबोधित किया. साथ ही साथ कई वर्चुअल रैलियां भी की. उनकी पहली सभा 23 अक्टूबर को सासाराम जबकि अंतिम सभा 3 नवंबर को फारबिसगंज में हुई.
पीएम के अलावा भाजपा के फायर ब्रैंड नेता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 19 सभाओं को संबोधित कर एनडीए के पक्ष में वोट मांगे तो नित्यानंद राय ने भी 200 से अधिक चुनावी सभाओं को संबोधित किया इसके अलावा प्रचार में जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह, स्मृति ईरानी, सुशील मोदी, मनोज तिवारी, रवि किशन व अन्य नेताओं ने भी जमकर प्रचार किया. इधर, हम के चीफ जीतन राम मांझी ने 24 जनसभाओं को संबोधित किया.
RJD 75
BJP 74
JD(U) 43
INC 19
LJP 1
OTH 31
Posted By: Sumit Kumar Verma