बिहार चुनाव : दरभंगा जिले के पांच सीटों पर कहीं सीधा, तो कहीं त्रिकोणीय मुकाबला, किसी की राह आसान नहीं

कुछ सीटों पर बागी प्रत्याशियों ने दलीय प्रत्याशियों को परेशान कर रखा है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 6, 2020 8:14 AM

दरभंगा: जिले के पांच विधानसभा क्षेत्रों में तीसरे चरण का मतदान सात नवंबर को 2081 केंद्रों पर होगा. 14 लाख, 48,279 वोटर अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे. उम्मीदवारों के बीच कहीं सीधा तो कहीं त्रिकोणीय मुकाबला है. कुछ सीटों पर बागी प्रत्याशियों ने दलीय प्रत्याशियों को परेशान कर रखा है.

इस चरण में पूर्व मंत्री अब्दुलबारी सिद्दीकी अलीनगर से क्षेत्र बदल कर केवटी व मंत्री मदन सहनी गौड़ाबौराम छोड़ कर बहादुरपुर से किस्मत आजमा रहे हैं. दरभंगा व जाले सीट पर क्रमश: संजय सरावगी व जीवेश मिश्रा फिर से मैदान में हैं. हायाघाट के विधायक अमरनाथ गामी दरभंगा में राजद की टिकट पर लड़ रहे हैं. विधायक भोला यादव हायाघाट चले गये हैं.

दरभंगा

इस विधानसभा क्षेत्र से 19 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. तीन लाख, 5,388 मतदाता 439 मतदान इनके किस्मत का फैसला करेंगे. दरभंगा विधानसभा सीट से भाजपा के संजय सरावगी लगातार चार बार से जीत हासिल कर पांचवीं बार मैदान में हैं. उनके सामने राजद ने हायाघाट के विधायक अमरनाथ गामी को उतारा है.

वर्ष 2015 में सरावगी ने राजद प्रत्याशी ओम प्रकाश खेड़िया को 7,460 मतों से पराजित किया था. संजय को जहां 77,776 मत मिले थे, वहीं ओम प्रकाश को 70,316 वोट प्राप्त हुए थे. नगर की प्रमुख समस्या जलजमाव, पेयजल, सफाई, सड़क जाम, आरओबी और फ्लाइओवर नहीं होना आदि है.

हायाघाट

हायाघाट विधानसभा क्षेत्र में 10 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला 346 मतदान केंद्रों पर दो लाख, 41,763 मतदाता करेंगे. यहां राजद के भोला यादव व भाजपा के रामचंद्र प्रसाद अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.

वर्ष 2015 में जदयू उम्मीदवार अमरनाथ गामी ने एलजेपी के आरके चौधरी को यहां 33,231 मतों से हराया था. अमरनाथ गामी को जहां 65,677 मत मिले थे. वहीं आरके चौधरी को 32,446 मत प्राप्त हुए थे.

अमरनाथ गामी एक बार भाजपा से और दूसरी बार जदयू के टिकट पर हायाघाट में जीत हासिल कर चुके हैं. यह क्षेत्र बाढ़, जलजमाव, बेरोजगारी, स्वास्थ्य सेवाओं में कमी, सड़कों की खराब स्थिति से जूझ रहा है. बंद पड़ा अशोक पेपर मिल दशकों से मुंह चिढ़ा रहा है.

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जाले

इस विधानसभा क्षेत्र से 12 प्रत्याशी के भाग्य का फैसला तीन लाख, 12,089 मतदाता करेंगे. निवर्तमान विधायक जीवेश कुमार फिर से मैदान में हैं. कांग्रेस ने मशकुर उस्मानी को प्रत्याशी बनाया है. पिछले चुनाव में जीवेश मिश्रा ने कांग्रेसी प्रत्याशी ऋषि मिश्र को 4,620 मतों से पराजित किया था.

जीवेश को 62,059 और ऋषि को 57,439 मत मिले थे. इस विधानसभा क्षेत्र में बाढ़, बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं में कमी, सड़कों की खराब स्थिति, मजदूरों का पलायन यहां की प्रमुख समस्या है.

केवटी

इस विधानसभा क्षेत्र से 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. 413 मतदान केंद्रों पर दो लाख, 89,381 मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे. यहां से राजद के अब्दुल बारी सिद्दीकी व भाजपा से डॉ मुरारी मोहन झा किस्मत आजमा रहे हैं.

पिछले विधानसभा चुनाव में फराज फातमी ने मधुबनी के सांसद अशोक कुमार यादव को 7,830 मत से पराजित किया था. बाढ़, सरकारी नलकूपों की बदहाली, सड़क, की स्थिति, बेरोजगारी, स्वास्थ्य सुविधा में कमी आदि यहां की प्रमुख समस्या है.

बहादुरपुर

इस विधानसभा क्षेत्र में मंत्री मदन सहनी के साथ 15 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला 438 मतदान केंद्रों पर दो लाख, 99,658 मतदाता मतदान करेंगे. उनके सामने राजद ने आरके चौधरी को उतारा है.

लोजपा के देवेंद्र झा मुकाबले को त्रिकोणिये बनाने की कोशिश में जुटे हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में भोला यादव ने यहां से भाजपा प्रत्याशी हरि सहनी को 16,989 मतों से पराजित किया था. भोला यादव को जहां 71,547 मत प्राप्त हुए थे, वहीं हरि सहनी को 54,558 मत से संतोष करना पड़ा था.

इस इलाके की सबसे बड़ी समस्या बाढ़ व जलजमाव है. अभी भी हजारों हेक्टेयर जमीन बाढ़ के पानी में डूबा हुआ है. बेरोजगारी, मजदूरों का पलायन, सड़क, पुल आदि यहां की स्थायी समस्या है.

Posted by Ashish Jha

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