पूर्णिया जिला प्रशासन ने जिले में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव का दावा किया है. जिले में कुल 59.03 फीसदी वोट पड़े. कोरोना से बचाव के लिए की गयी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वोटरों ने निर्भीकता के साथ मतदान किया. एक तरह से उत्साह के माहौल में समाप्त हो गया. अभी तक पूरे जिले में 59.03 फीसदी वोट पड़ने की जानकारी मिली है. अबतक की जानकारी के अनुसार सर्वाधिक वोट कसबा विधानसभा में हुए हैं.
मतदान समाप्ति के बाद जिला निर्वाची पदाधिकारी राहुल कुमार ने बताया कि कोरोना के बावजूद भारी संख्या में वोटरों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है. इसके लिए वे बधाई के पात्र हैं. मतदान के दौरान आयोग द्वारा दिये गये निर्देशों का शत प्रतिशत पालन करने का नतीजा है कि वोटर भयमुक्त होकर मतदान करने पहुंचे. जहां तक इवीएम की खराबी का सवाल है.
पिछले चुनाव की तुलना में इस बार काफी कम है. कुल बैलेट यूनिट -23, कंट्रोल यूनिट-20, वीवीपैट-40 जो वीयू और सीयू कुल रिजर्व के आधे फीसदी है. यह पिछले चुनाव के मुकाबले कम है.सुबह में कुछ बूथों से इवीएम में गड़बड़ी की सूचना आयी थी पर उन्हें बहुत कम समय में बदल दिया गया. उन्होंने बताया कि मतदाताओं में चुनाव को लेकर काफी उत्साह देखा गया. खासकर महिलाओं एवं नये युवा वोटरों में काफी उत्साह था. सुबह से ही गांव से लेकर शहर के बूथों पर लंबी-लंबी कतारें लगी थी. श्री कुमार ने शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए सभी मतदाताओं, अभ्यर्थियों, मतदानकर्मियों एवं मीडियाकर्मियों को साधुवाद दिया है.
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जिलाधिकारी ने सरसी में एक युवक की गोली मार कर हत्या किये जाने के मामले में स्पष्ट किया कि सरसी की घटना से मतदान या चुनाव से कोई प्रत्यक्ष लेना देना नहीं है. यह एक आपराधिक घटना है. पुलिस कार्रवाई कर रही है. जांच के बाद सभी आवश्यक कार्रवाई की जायेगी. सतकोदरिया में जवानों के साथ कुछ लोगों की नोंकझोंक हुई थी. पुलिस ने आत्मरक्षार्थ हवा में गोली चलायी है. इसमें कोई हताहत नहीं हुआ है.
पिछले चुनाव की तुलना में कम वोट फीसदी होने के संबंध में पूछे गये एक सवाल के जवाब में डीएम ने कहा कि पिछले 2019 और 2015 के चुनावों की परिस्थिति काफी अलग थी. कोरोना के बीच जिस तादाद में लोगों की भागी दारी हुई है, वह प्रशंनीय है.
Posted by : Thakur Shaktilochan