जहानाबाद, बिहार विधान सभा चुनाव 2020: बिहार की राजधानी पटना और गया के बीच के जिला जहानाबाद के चार विधानसभा सीटों पर 28 अक्टूबर को मतदान होगा. मतदान सुबह सात बजे से शुरू होगा. कई जातीय हिंसा के गवाह रहे जहानाबाद में इस बार किसका पलड़ा भारी रहेगा इस पर सभी की निगाहें हैं क्योंकि जिले की तीन विधानसभा क्षेत्रों की गिनती वीआईपी सीटों में होती है. बिहार चुनाव 2020 से जुड़ी हर खबर के लिये बने रहिये prabhatkhabar.com पर.
जहानाबाद जिले की सभी 4 विधानसभा सीटों का नाम है जहानाबाद, घोसी, मखदुमपुर और अतरी विधानसभा सीट. मौजूदा स्थिति में चार में से एक सीट 1 जेडीयू के पास और 3 आरजेडी के पास है. बदले समीकरण के बीच उम्मीदवार चुनावी मैदान में एक-दूसरे को टक्कर दे रहे हैं. यह यादव बहुल इलाका माना जाता है. यही वजह है कि राजनीतिक दल इस सीट पर हमेशा जातिगत समीकरणों पर ज्यादा भरोसा करते हैं. यादवों के बाद यहां भूमिहार जाति का भी बड़ा वोट है.
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जहानाबादः जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां एनडीए की ओर से जेडीयू नेता और राज्य के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा चुनाव मैदान में है. दूसरी ओर से महागठबंधन की ओर से कुमार कृष्णमोहन उर्फ सुदय यादव दावेदारी कर रहे हैं. चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी ने भी इंदु कश्यप को यहां से उम्मीदवार घोषित किया. 2015 चुनाव में जहानाबाद सीट से राजद को जीत मिली थी. 2018 उपचुनाव (विधायक मुंद्रिका यादव की मौत) में भी राजद के सुदय यादव यहां से जीते थे.
कुल मतदाता- 2,21,588
पुरुष मतदाता- 1,19,966
महिला मतदाता-1,01,622
घोसीः जदयू ने इस बार राहुल कुमार को घोसी से मौका दिया है. इससे पहले मंत्री कृष्णनंदन वर्मा यहां से जदयू के टिकट पर लड़ते रहे हैं. राहुल कुमार यहां से 2010 में जीते थे, जिनको करीब 39 फीसदी वोट मिले थे, जबकि 2010 में दूसरे नंबर पर रही लोजपा को 25 फीसदी वोट मिले थे. महागठबंधन की ओर से घोसी सीट भाकपा माले के खाते में गई है. पार्टी ने रामबली सिंह यादव को यहां टिकट दिया है. इनके अलावा 12 उम्मीदवार इस सीट पर दावेदारी कर रहे हैं.
कुल मतदाता- 2,06,197
पुरुष मतदाता- 1,10,073
महिला मतदाता-9,6124
मखदुमपुर (सु)ः 2015 चुनाव में मखदुमपुर (सु) पर जीतन राम मांझी को राजद के सूबेदार सिंह से हार मिली थी, लेकिन इस बार वे खुद यहां मैदान में नहीं, बल्कि उनके दामाद देवेन्द्र मांझी मैदान में हैं. देवेन्द्र के साथ ही जीतन राम मांझी की प्रतिष्ठा भी यहां दांव पर लगी है. मांझी के लिए राहत की बात यह है कि राजद ने यहां मैदान में नए उम्मीदवार सतीश कुमार को उतारा है.
कुल वोटरः 2.38 लाख
पुरुष वोटरः1.25लाख (52.65%)
महिला वोटरः 1.16लाख (47.34%)
अतरी विधानसभा से जदयू ने विधान पार्षद मनोरमा देवी (दिवंगत बिंदी यादव की पत्नी) को मैदान में उतारा है. वहीं, राजद ने नए चेहरे अजय यादव को टिकट दिया है. अजय विधायक कुंती देवी के बेटे हैं. कुंती देवी को 2015 में यहां लगभग 31 फीसदी वोट मिले थे, जबकि अरविंद कुमार सिंह, जो 2015 में एनडीए के प्रत्याशी के तौर पर लोजपा के टिकट पर मैदान में थे, उन्हें करीब 30 फीसदी वोट मिले थे. अरविंद कुमार सिंह को लोजपा ने एक बार फिर उतारा है. पुराने चेहरे अरविंद कुमार सिंह की मौजूदगी ने यहां होने वाली लड़ाई को त्रिकोणीय बना दिया है.
कुल वोटरः 3.03 लाख
पुरुष वोटरः 1.55 लाख (51.35%)
महिला वोटरः 1.46 लाख (48.33%)
Posted By: Utpal kant