Rohtas, Bihar Vidhan Sabha Chunav 2020: ढह पायेगा महागठबंधन का किला, जानें किस नेता की प्रतिष्ठा कहां लगी है दावं पर
जिले में सासाराम, डेहरी, चेनारी, काराकाट, दिनारा, करगहर और नोखा शामिल हैं.
रोहतास, बिहार विधान सभा चुनाव 2020: रोहतास जिले के सात विधान सभा क्षेत्रों में प्रथम चरण में चुनाव 28 अक्टूबर को होना है. जिले में सासाराम, डेहरी, चेनारी, काराकाट, दिनारा, करगहर और नोखा शामिल हैं. चेनारी की सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट है. जिले में कुल मतदाताओं की संख्या 2182762 है. जिले में 116 प्रत्याशी मैदान में हैं. कई ऐसे प्रत्याशी हैं, जिनकी प्रतिष्ठा दावं पर है. बिहार चुनाव 2020 से जुड़ी हर खबर के लिये बने रहिये prabhatkhabar.com पर.
गत चुनाव में एनडीए ने एक व महागठबंधन ने छह सीटों पर कब्जा जमाया था. चुनाव को स्वच्छ, निश्चपक्ष, भयमुक्त और सुरक्षित बनाए रखने के लिए चुनाव आयोग ने कई कदम उठाए हैं. जिले के हर बूथ पर पैरा मिलिट्री फोर्स के जवान तैनात किए गए है.हर बूथ पर हथियारबंद जवान तैनात होंगे.
नक्सलग्रस्त जिलों के अति संवेदनशील मदतान केन्द्रों पर मतदान समय में बदलाव किया गया है. सामान्य विधानसभा सीट पर सुबह सात बजे से मतदान शुरु होकर शाम छह बजे तक मतदान चलेगा. रोहतास जिले के चेनारी, सासाराम और काराकाट में मतदान शाम 4 बजे तक होगा.
3.42 लाख मतदाताओं वाले सासाराम विधान सभा क्षेत्र में इस बार 20 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. प्रमुख रूप से राजद के टिकट पर दो बार चुनाव जीते निवर्तमान विधायक अशोक कुमार राजद छोड़ जदयू से चुनाव मैदान में हैं, वहीं लोजपा ने भाजपा के कद्दावर नेता व नोखा के पूर्व विधायक रामेश्वर प्रसाद चौरसिया को मैदान में है.
2.98 लाख मतदाताओं वाले चेनारी विधानसभा क्षेत्र में 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. गत चुनाव में एनडीए की तरफ से रालोसपा को टिकट मिलने के कारण ललन पासवान चुनाव जीते थे. इसके पूर्व वे 2005 में जदयू की टिकट पर चुनाव जीत प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस के मुरारी गौतम के साथ है.
3.15 लाख मतदाताओं वाला करगहर विधान सभा में 20 प्रत्याशी चुनाव मैदान हैं. इस बार यहां मुख्य मुकाबला जदयू के वशिष्ठ सिंह, कांग्रेस के संतोष मिश्र व लोजपा के राकेश कुमार सिंह उर्फ गबरु सिंह के बीच दिख रहा है.
2.96 लाख मतदातावाले दिनारा विधानसभा जिले का हॉट सीट है. यहां से इस बार 19 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. जदयू इस बार भी राज्य के विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री जयकुमार सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है. वे 2010 व 2015 में से यहां चुनाव जीत चुके हैं.
वहीं भाजपा के कद्दावर नेता रहे व अब लोजपा के प्रत्याशी राजेंद्र सिंह से फिर चुनावी दंगल में उतर लड़ाई को धार दे दिए है. राजेंद्र सिंह आरएसएस के वरिष्ठ स्वयंसेवक के अलावा झारखंड भाजपा के संगठन मंत्री रह चुके हैं.
3.26 लाख मतदातावाले काराकाट विधान सभा पर इस बार 13 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है. इस बार यहां भाजपा के राजेश्वर राज, भाकपा माले लिबरेशन के अरुण कुमार व रालोसपा की मालती सिंह के बीच है. यहां से 2010 में जदयू के राजेश्वर राज ने भाकपा माले के अरुण कुमार को हरा सीट अपने कब्जे में लिया था. हालांकि 2015 के चुनाव में राजद के संजय यादव से चुनाव हार गए थे.
2.90 लाख मतदाताओं वाला डेहरी विधानसभा विधान सभा में इस बार 14 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. अकोढ़ीगोला व डेहरी प्रखंड को मिला बने इस विधानसभा क्षेत्र से निवर्तमान विधायक भाजपा के सत्यनारायण सिंह यादव व राजद के फतेह बहादुर सिंह चुनाव मैदान में हैं.
2015 के चुनाव में राजद के इलियास हुसैन ने रालोसपा प्रत्याशी रिकू सोनी को पराजित किया था. हालांकि अलकतरा घोटाला में सजायाफ्ता होने के बाद उनकी सदस्यता समाप्त हो गयी. 2019 में हुए उप चुनाव में भाजपा के सत्यनारायण यादव विधायक चुने गये.
2.86 लाख मतदातावाले नोखा विधानसभा में क्षेत्र में इस बार 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. यहां से 2015 में राजद प्रत्याशी अनिता देवी चुनाव जीत राज्य में मंत्री बनी थी. हालांकि यहां 2000 से 2015 के चुनाव से पूर्व तक भाजपा के रामेश्वर प्रसाद चार बार विधायक रहे हैं. जदयू यहां से पार्टी जिलाध्यक्ष नागेंद्र चंद्रवंशी को अपना प्रत्याशी बनाया है.
हर बूथ पर कोरोना गाइड लाइन के तहत जांच की मतदाताओं की जांच की जायेगी.जिला प्रशासन का दावा है जिले में निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और भयमुक्त चुनाव को लेकर सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध किया जा रहा है. जिले में सात विधानसभा क्षेत्रों कुल 3212 मूल व सहायक मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
Posted by Ashish Jha